हैदराबाद : तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संस्थान के छात्रों के साथ चर्चा करने संबंधी कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की थी. कोर्ट ने उनकी याचिका को बुधवार को खारिज कर दिया.
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के फैसले और इस सिलसिले में उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की आलोचना की और दावा किया कि उनके दबाव की रणनीति के कारण विश्वविद्यालय ने अनुमति नहीं दी.
अनुमति देने से इनकार किये जाने के संबंध में विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि अनुमति विभिन्न कारणों से नहीं दी गई. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने पिछले साल एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें परिसर में किसी भी राजनीतिक गतिविधि की अनुमति नहीं दिये जाने का फैसला किया गया था.
अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा, कुछ कर्मचारी संघों के चुनाव निर्धारित हैं, कुछ पाठ्यक्रमों के लिए परीक्षाएं चल रही हैं और छात्रों का एक वर्ग राज्य सरकार द्वारा हाल में घोषित भर्ती परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहा है. सात मई को छात्रों के साथ एक संवाद सत्र के लिए कांग्रेस नेता को अनुमति देने से विश्वविद्यालय के इनकार करने के बाद पार्टी की छात्र इकाई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया-एनएसयूआई) ने गत रविवार को यहां विरोध प्रदर्शन किया.
कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद ए रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राव ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर गांधी को छात्रों से मिलने की अनुमति नहीं देने के लिये दबाव डाला.