हैदराबाद: भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के पूर्व सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी रविवार को तेलंगाना के खम्मम में आयोजित राहुल गांधी की जनसभा में कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क की 109 दिन लंबी ‘पदयात्रा’ भी इस जनसभा के दौरान समाप्त हुई. तेलंगाना में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकते हुए कांग्रेस ने राहुल की जनसभा को सफल बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए थे.
कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी माणिकराव ठाकरे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंती रेड्डी, पार्टी सांसद एन उत्तम कुमार रेड्डी और कोमातिरेड्डी वेंकट रेड्डी सहित कई अन्य नेता इस जनसभा में मौजूद थे. प्रसिद्ध लोकगाथा गायक गद्दार ने भी जनसभा में हिस्सा लिया. उन्होंने राहुल को गले लगाकर और उन्हें चूमकर उनके प्रति अपना लगाव जाहिर किया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मैराथन पदयात्रा की समाप्ति के बाद विक्रमार्क को सम्मानित किया.
इस मौके पर विक्रमार्क ने कहा कि उन्होंने ‘इंदिराम्मा’ के कल्याणकारी राज्य को वापस लाने के लिए आदिलाबाद से खम्मम तक ‘पदयात्रा’ की. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में ‘इंदिराम्मा’ के नाम से जाना जाता है. उन्होंने कहा कि वह एक ऐसे तेलंगाना राज्य के सपने को साकार करना चाहते हैं, जो संपन्न हो और जहां कोई भेदभाव न हो. विक्रमार्क ने 16 मार्च को आदिलाबाद से अपनी लगभग 1,360 किलोमीटर लंबी पदयात्रा शुरू की थी.
लोकसभा में खम्मम का प्रतिनिधित्व कर चुके श्रीनिवास रेड्डी राहुल की जनसभा के दौरान कांग्रेस में शामिल हो गए. रेड्डी ने कहा कि उन्होंने समाज के विभिन्न तबकों से विचार-विमर्श के बाद कांग्रेस का दामन थामने का फैसला किया. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस एकमात्र पार्टी है, जो तेलंगाना में बीआरएस के जन विरोधी शासन का अंत कर सकती है.
रेड्डी ने आरोप लगाया कि तेलंगाना में लगभग आठ हजार किसानों ने खुदकुशी की है, लेकिन राज्य की बीआरएस सरकार ने कृषि ऋण माफी और युवाओं के लिए रोजगार सृजन जैसे अपने वादे पूरे नहीं किए.
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