पटना : लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) का इन दिनों राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से विवाद चल रहा है. पार्टी में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए तेजप्रताप ने शनिवार को राजद ऑफिस में जनता दरबार लगाने की घोषणा की है.
इस खबर के सामने आते ही तेजस्वी यादव दिल्ली चले गए हैं. एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि पार्टी में हर व्यक्ति को अनुशासन में रहना होगा. वरिष्ठ लोगों का सम्मान भी करना होगा. माना जा रहा है कि तेजस्वी ने ये बातें तेजप्रताप के लिए ही की हैं.
दरअसल, शुक्रवार को जिस तरह राबड़ी आवास में बड़े भाई तेजप्रताप यादव को छोटे भाई तेजस्वी यादव से नहीं मिलने दिया गया. इसके बाद सवाल उठ रहा है कि क्या तेजप्रताप को पार्टी ऑफिस में जनता दरबार लगाने की इजाजत मिलेगी. तेजप्रताप पहले भी जनता दरबार लगाते थे और जन समस्या को सुनकर उनके निदान के लिए अधिकारियों से बात करते थे.
छात्र राजद के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटाने के बाद से तेजप्रताप और जगदानंद के बीच जुबानी जंग जारी है. शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पार्टी कार्यालय पहुंचे, लेकिन मीडिया से दूरी बनाए रखी.
देखने वाली बात होगी कि तेजप्रताप जनता दरबार लगा पाते हैं तो उस दौरान जगदानंद सिंह मौजूद रहते हैं या नहीं. इससे पहले भी कई कार्यक्रमों में जब तेजप्रताप यादव शिरकत करते थे तो जगदानंद सिंह नदारद रहते थे.
तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव के पीए संजय यादव पर मुलाकात नहीं करने देने का आरोप लगाया.
तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. उन्होंने लालू प्रसाद से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
तेजप्रताप यादव ने कहा था कि जगदानंद सिंह पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के नियमों के विरूद्ध जाने का काम किया है. मैं पिताजी लालू प्रसाद यादव, जिनको मैं अपना भगवान मानता हूं, उन्हें भी ये बताना चाहता हूं कि इन पर कार्रवाई हो. अगर कार्रवाई नहीं होगी, तो हम पार्टी की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे. अगर जगदानंद सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, तो मैं कोर्ट में जाऊंगा.
आकाश यादव को हटाए जाने से नाराज तेज प्रताप ने कहा कि फैसले से युवा कार्यकर्ताओं में हताशा और निराशा है. जवाब तो मुझे देना पड़ता है. जब कोई नेता कोरोना काल में बाहर नहीं निकलता था, तभी युवा कार्यकर्ता ही बाहर निकलते थे. लालू रसोई इसका प्रमाण है. जब से पिताजी जेल गए हैं, वो मनमानी कर रहे हैं, उन्हें लगता है कि प्रदेश अध्यक्ष के बाद आगे जाकर वो ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन जाएंगे.
तेज प्रताप ने दावा किया कि ये लोग मेरे और मेरे भाई तेजस्वी में झगड़ा कराना चाहते हैं. पोस्टर-बैनर लोग खुद से लगाते हैं, मैंने तो नहीं कहा था कि मेरी तस्वीर लगाओ और तेजस्वी की हटा दो. मैं तो दिल्ली में था. मेरे पास पैसे नहीं हैं, अकाउंट देख लें. पोस्टर की शुरुआत उन्होंने की, मैंने नहीं.
उन्होंने कहा कि तेजस्वी से अभी बात नहीं हुई है, मिलकर बात करूंगा. सब देख रहे हैं कि आगे बढ़ने वालों के पर कतरे जा रहे हैं. किसी को जब चाहे हटा दिया, मैं छात्र आरजेडी का संरक्षक हूं, मुझसे सलाह नहीं लिया गया. जब प्रदर्शन होता है तो पुलिस की लाठी कौन खाता है, यही छात्र नेता मार खाते हैं. ऐसे में उन्हें इस तरह से हटाना उनके मनोबल को गिराता है. मैं चुनौती देता हूं कि कार्रवाई ही करनी है तो मेरे खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई करते.