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मां ने पसंदीदा पिल्ला नहीं खरीदा तो बेटे ने दे दी जान

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम (vishakapatnam) के वेंकटेश्वरमेट्टा (venkateswarametta) में एक बेटे ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी मां ने उसका मनपसंद पिल्ला नहीं खरीदा. फिलहाल दो थानों की पुलिस मामले की जांच कर रही है.

किशोर बेटे ने दे दी जान
किशोर बेटे ने दे दी जान
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Published : Jun 15, 2021, 4:47 PM IST

विशाखापत्तनम : एक किशोर ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी मां ने उसका मनपसंद पिल्ला नहीं खरीदा. यह घटना विशाखापत्तनम (vishakapatnam) के वेंकटेश्वरमेट्टा (venkateswarametta) की है.

घटना के बारे में बताया जाता है कि अदारी उमा अपने 16 साल के बेटे शंमुख वामसी के साथ रह रही थी. इसी बीच वामसी ने ऑनलाइन में 30 हजार रुपये का एक पिल्ला देखकर पसंद किया और उसे खरीदने के लिए मां से पूछा. इस पर मां ने उससे वादा किया कि वह उसे बाद में खरीद देगी.

पढ़ें - टीका लगवाने के लिए कहा ताे दे दी जान !

उमा अदारी के पति की छह साल पहले मौत हो चुकी है. वहीं उमा के पिता, दादी व चाची की पिछले साल कोरोना से मौत हो गई थी. इसी सिलसिले में उमा कानूनी वारिस प्रमाण पत्र लाने के लिए गजुवाका गई थी. इस पर उमा ने अपने पड़ोसियों से घर देर से पहुंचने की जानकारी अपने बेटे वामसी को देने के लिए कहा.

इस पर पड़ोसी जब उमा के घर पहुंचे तो घर का दरवाजा बंद था. उन्होंने खटखटाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई. बाद में घर का दरवाजा तोड़ जब लोग घर के अंदर पहुंचे तो वामसी को पंखे से लटकता हुआ पाया.

उसे तुरंत नीचे उतारकर अस्पताल (केजीएच) ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी. उमा के मुताबिक मामले की दो थानों की पुलिस जांच कर रही है.

विशाखापत्तनम : एक किशोर ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी मां ने उसका मनपसंद पिल्ला नहीं खरीदा. यह घटना विशाखापत्तनम (vishakapatnam) के वेंकटेश्वरमेट्टा (venkateswarametta) की है.

घटना के बारे में बताया जाता है कि अदारी उमा अपने 16 साल के बेटे शंमुख वामसी के साथ रह रही थी. इसी बीच वामसी ने ऑनलाइन में 30 हजार रुपये का एक पिल्ला देखकर पसंद किया और उसे खरीदने के लिए मां से पूछा. इस पर मां ने उससे वादा किया कि वह उसे बाद में खरीद देगी.

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उमा अदारी के पति की छह साल पहले मौत हो चुकी है. वहीं उमा के पिता, दादी व चाची की पिछले साल कोरोना से मौत हो गई थी. इसी सिलसिले में उमा कानूनी वारिस प्रमाण पत्र लाने के लिए गजुवाका गई थी. इस पर उमा ने अपने पड़ोसियों से घर देर से पहुंचने की जानकारी अपने बेटे वामसी को देने के लिए कहा.

इस पर पड़ोसी जब उमा के घर पहुंचे तो घर का दरवाजा बंद था. उन्होंने खटखटाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई. बाद में घर का दरवाजा तोड़ जब लोग घर के अंदर पहुंचे तो वामसी को पंखे से लटकता हुआ पाया.

उसे तुरंत नीचे उतारकर अस्पताल (केजीएच) ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी. उमा के मुताबिक मामले की दो थानों की पुलिस जांच कर रही है.

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