रांची: हमारे समाज में हमारे बीच कई ऐसे लोग हैं जो बिना ज्यादा शोर किए जरूरतमंदों की मदद करने में लगे हुए हैं. कभी कभार जब उनके योगदान की खबरें सामने आती है तब पता चलता है कि किस तरह से कुछ लोग बिना किसी स्वार्थ दूसरों की सहायता कर रहे हैं. इसी में से एक हैं वर्दी वाले मास्टर साहब के नाम से मशहूर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव.
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विकास चंद्र श्रीवास्तव साल 2013 में जेपीएससी पास कर झारखंड पुलिस में डीएसपी बने थे. डीएसपी बनने से पूर्व वह हजारीबाग में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करवाते थे. नौकरी लगने के बाद भी उन्होंने छात्रों को पढ़ाने की अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ा और कीमती समय निकालकर वे वैसे छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवा रहे हैं, जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं. विकास चंद्र श्रीवास्तव के अथक मेहनत का ही परिणाम है कि उनके द्वारा पढ़ाए गए सबसे ज्यादा छात्र बड़े-बड़े पदों पर तैनात हैं.
हर जेपीएससी में सफल हुए हैं छात्र: सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा परिणाम में झारखंड पुलिस के डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव के छात्रों ने अपना जलवा दिखाया था. दसवीं झारखंड सिविल सर्विसेज परीक्षा में 22 छात्र सफल रहे थे. झारखंड में 1994 के बाद पहली बार 2012 में दारोगा बहाली को लेकर परीक्षा आयोजित की गई थी इस परीक्षा में विकास चंद्र श्रीवास्तव के द्वारा पढ़ाए गए 50 छात्र सफल रहे थे. वहीं साल 2018 के दारोगा बहाली में विकास चंद्र श्रीवास्तव के पढ़ाए गए 45 छात्र सफल हुए थे. दरअसल, झारखंड पुलिस के डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव वैसे तमाम छात्रों के गुरु हैं जिनके मन में पढ़ लिख कर आगे बढ़ाने की चाहत है. डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव अपनी दोहरी जिम्मेदारी को बेहद सफलतापूर्वक निभाते आ रहे हैं. दोनों में ही वह बेहद सफल हैं.
हजारीबाग के रहने वाले हैं विकास श्रीवास्तव: डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव हजारीबाग के रहने वाले हैं. वह हजारीबाग के गुरु गोविंद सिंह रोड में एलिगेंट कोचिंग सेंटर में विद्यार्थियों को पढ़ाते थे. साल 2001 से ही यह संस्था कार्य कर रही है, जिसमें अधिकांश छात्र निशुल्क पढ़ते हैं. वर्तमान में डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव स्टडी के लिए लंबे अवकाश पर हैं. ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि फिलहाल राज्य में उनके 16 स्टूडेंट डीएसपी हैं. वहीं 25 प्रशासनिक सेवा और दूसरे कैडर के लिए चुने गए यह अपने आप में गर्व का विषय है.
यूट्यूब चैनल के माध्यम से पढ़ रहे हैं छात्रों को: कोविड संक्रमण के दौरान जब लोगों का घर से बाहर निकलना बंद हो गया था, तब विकास चंद्र श्रीवास्तव ने डीएसपी की पाठशाला के नाम से अपना यूट्यूब चैनल बनाया और उसी के माध्यम से अब न सिर्फ झारखंड बल्कि देश के दूसरे हिस्से के छात्रों को भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवा रहे हैं. डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव के यूट्यूब चैनल का सब्सक्रिप्शन 50 लाख से ज्यादा पहुंच चुका है. यूट्यूब के अलावा समय निकालकर कभी-कभी आदिवासी हॉस्टलों में जाते हैं और वहां के बच्चों को पढ़ाते हैं. इसके अलावा अगर उनके पास कहीं से भी किताबें उपलब्ध होती है वह भी वह आदिवासी हॉस्टल जैसे तमाम जगहों पर छात्रों के पढ़ने के लिए वह किताबों को दान देते हैं.