नई दिल्ली : भारत में क्षय रोग (टीबी) के 65 फीसदी मामले 15 से 45 वर्ष उम्र वर्ग के लोगों में हैं, जो सर्वाधिक आर्थिक उत्पादक जनसंख्या समूह है. यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने दी.
उन्होंने बताया कि टीबी के 58 फीसदी मामले ग्रामीण इलाकों में हैं. टीबी के खात्मे के लिए सांसदों को जागरूक करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में मांडविया ने सभी सांसदों से कहा कि बीमारी और इसके इलाज के बारे में नागरिकों को अवगत कराने की खातिर सक्रिय रूप से काम करें.
उन्होंने बताया कि देश में टीबी के 65 फीसदी मामले 15- 45 उम्र वर्ग के लोगों में है, जो आर्थिक रूप से सर्वाधिक उत्पादक जनसंख्या समूह है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने की.
उन्होंने कहा, केंद्रीय, राज्य, जिला एवं स्थानीय स्तर पर समन्वय से इसे जन आंदोलन बनाने में सहयोग मिलेगा और 2025 तक टीबी उन्मूलन के हमारे प्रयास में तेजी आएगी. लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
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उन्होंने सांसदों से अपील की कि अपने क्षेत्र में सरकारी कार्यक्रमों तथा टीबी उन्मूलन में सहयोग के लिए उचित योजना बनाएं एवं उन्हें लागू करें. बिरला ने टीबी के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया और विविधता से परिपूर्ण देश में संदेश को प्रसारित करने में संसद की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया.
(पीटीआई-भाषा)