वाराणसी: जज्बा और जुनून हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है इसका जीता जागता सबूत पंडित अभिषेक गौतम हैं. उन्होंने कारगिल शहीदों से प्रेरित होकर 631 शहीदों के नाम एवं चित्र के टैटू शरीर पर गुदवाए हैं. उनके इस कार्य को गिनीज बुक में भी शामिल किया गया है. अभिषेक गौतम जिस भी शहीद जवान के घर जाते हैं उनके नाम का टैटू शरीर में बनवाकर उनको श्रद्धांजलि देते हैं. साथ ही शहीद के घर की मिट्टी को कारगिल शहीद स्मारक तक पहुंचाने का काम करते हैं. पंडित अभिषेक गौतम अभी तक 559 कारगिल शहीदों के घर जा चुके हैं.
टैटू मैन अभिषेक गौतम ने दी यह जानकारी. अभिषेक गौतम बाबा भोले की नगरी में मसान की होली देखने पहुंचे हैं. अभिषेक ने मीडिया को बताया कि उन्हें चलता फिरता शहीद स्मारक इसलिए बोला जाता है क्योंकि वह अपने शरीर पर 631 शहीदों के नाम गुदवाकर खुद चलता-फिरता शहीद स्मारक बन चुके हैं. वह कहते हैं कि 631 शहीदों में से 559 नाम कारगिल के शहीदों के हैं. शेष 72 नाम उन शहीदों के हैं जिनके घर-परिवार वालों से वे मुलाकात कर चुके हैं.अभिषेक गौतम हापुड़ के रहने वाले हैं. वह पेशे से इंटीरियर डिजाइनर हैं. इन दिनों वह बड़हरिया के रसूलपुर में इंटीरियर डिजाइनिंग कर रहे हैं. अभिषेक गौतम ने अपने शरीर पर शहीदों के साथ कई महापुरुषों के नाम, चित्र, इंडिया गेट एवं शहीद स्मारक गुदवाया है.वह कारगिल के शहीदों में शामिल छपरा के एकमा के लांस नायक अरुण कुमार सिंह के परिवार से भी मिल चुके हैं. उनकी आगे की योजना लांस नायक अरुण कुमार सिंह की प्रतिमा एकमा में लगवाने की है. पंडित अभिषेक गौतम का नाम गिनीज बुक में भी दर्ज हो चुका है और देश की कई हस्तियां उन्हें सम्मानित भी कर चुकीं हैं. अभिषेक काशी में मसान की होली देखने के लिए आए. अभिषेक ने बताया कि लगातार यह सिलसिला जारी रहेगा. कुछ शहीदों के परिवार वालों से वह मिल चुके हैं. उनका भी नाम वह अपने शरीर पर लिखवाएंगे. अभिषेक कारगिल युद्ध में शहीदों के घर से मिट्टी इकट्ठा कर सन् 2019 में कारगिल पहुंचकर कलश स्थापित कर चुके हैं.
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