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जानिए, किसने दिया कहर बरपा रहे चक्रवात को मिचौंग नाम, क्या है इसका अर्थ - cyclone

चक्रवात मिचौंग नाम म्यांमार द्वारा प्रस्तावित किया गया था, जो लचीलेपन और दृढ़ता को दर्शाता है. यह चक्रवात इस साल हिंद महासागर में बनने वाला छठा और बंगाल की खाड़ी में बनने वाला चौथा चक्रवात है. पढ़ें पूरी खबर... (Michaung Cyclone,Tamil Nadu, cyclone, Andhra Pradesh, Cyclone Michuang, Cyclone Michaung, Tamilnadu cyclone)

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 5, 2023, 1:49 PM IST

हैदराबाद : तमिलनाडु में मिचौंग तूफान का असर देखने को मिल रहा है. इस तूफान से आमजन काफी प्रभावित हो रहा है. भारी बारिश से शहर का एक बड़ा हिस्सा पानी में डूब गया है. शहर के लोगों को घर में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. तमिलनाडु की राजधानी चैन्नई की कमोबेश यही हालत है.चक्रवात मिचौंग ने भारत के दक्षिणी तट पर तबाही मचाई हुई है और शहर के कई हिस्सों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है.

  • #WATCH | Chennai, Tamil Nadu: Houses and streets submerged and trees uprooted following heavy rainfall and strong winds

    (Visuals from Vadapalani and Arumbakkam areas) pic.twitter.com/Ox6LATJTEa

    — ANI (@ANI) December 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, मिचौंग चक्रवात का असर अब कई राज्यों में देखने को मिल रहा है. इससे सबसे अधिक नुकसान चेन्नई में हुआ है. भीषण तूफान और भारी बारिश के चलते हालात बदतर हो गए. अबतक, अलग-अलग घटनाओं में कुल आठ लोगों की जान चली गई जबकि 15 से अधिक लोग घायल हो गए है.

चक्रवात का नाम मिचौंग क्यों रखा गया है?
चक्रवात का नाम 'मिचौंग' म्यांमार द्वारा प्रस्तावित किया गया था, जो लचीलेपन और दृढ़ता का प्रतीक है. यह शब्द एक म्यांमी शब्द है. इस साल हिंद महासागर में उठने वाला यह छठा और बंगाल की खाड़ी में बनने वाला चौथा चक्रवात है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (ईएससीएपी) के मुताबिक 'मिचौंग' नाम म्यांमार के द्वारा दिया गया एक 'मिचौंग' भाषा है. इसे 'मिग्जोम' भी कहा जाता है.

मौसम विभाग ने की थी भविष्यवाणी
चक्रवात मिचौंग तामिलनाडु और आंध्र प्रदेश में अपना कहर बरपा रहा है. इस बीच अब ओडिशा में इस मिचौंग के आने की संभावना जताई जा रही है. बता दें, भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि रविवार 3 दिसंबर को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवात मिचौंग बनने की उम्मीद है. इसके अगले दिन, मिचौंग चक्रवात के तमिलनाडु तट पर पहुंचने की भविष्यवाणी की गई थी और मिचौंग ने तमिलनाडु तट को प्रभावित किया. परिणामस्वरुप, चेन्नई में भारी बारिश हुई और जिससे शहर के कई इलाके पानी में डूब गए. क्षेत्र में उच्च जल स्तर के कारण चेन्नई हवाई अड्डे को भी सोमवार रात 11 बजे तक बंद करना पड़ा.

चेन्नई से कई उड़ानें रद्द
चक्रवाती तूफान मिचौंग एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है. मिचौंग चक्रवात के गंभीर प्रभावों ने राज्य को कई तरह से प्रभावित करना शुरू कर दिया है. चेन्नई से आने-जाने वाली कई उड़ानें रद्द कर दी गई है और चक्रवात मिचौंग के कारण मौसम की स्थिति को देखते हुए कई उड़ानों को डायवर्ट भी कर दिया गया है. भीषण चक्रवात के कारण सड़कों पर जलभराव और पेड़ों के गिरने के चलते यातायात जाम की समस्या से लोगों को परेशानी हो रही है. बता दें, मंगलवार, 5 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के बापटला तट को पार करने की उम्मीद है.

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हैदराबाद : तमिलनाडु में मिचौंग तूफान का असर देखने को मिल रहा है. इस तूफान से आमजन काफी प्रभावित हो रहा है. भारी बारिश से शहर का एक बड़ा हिस्सा पानी में डूब गया है. शहर के लोगों को घर में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. तमिलनाडु की राजधानी चैन्नई की कमोबेश यही हालत है.चक्रवात मिचौंग ने भारत के दक्षिणी तट पर तबाही मचाई हुई है और शहर के कई हिस्सों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है.

  • #WATCH | Chennai, Tamil Nadu: Houses and streets submerged and trees uprooted following heavy rainfall and strong winds

    (Visuals from Vadapalani and Arumbakkam areas) pic.twitter.com/Ox6LATJTEa

    — ANI (@ANI) December 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, मिचौंग चक्रवात का असर अब कई राज्यों में देखने को मिल रहा है. इससे सबसे अधिक नुकसान चेन्नई में हुआ है. भीषण तूफान और भारी बारिश के चलते हालात बदतर हो गए. अबतक, अलग-अलग घटनाओं में कुल आठ लोगों की जान चली गई जबकि 15 से अधिक लोग घायल हो गए है.

चक्रवात का नाम मिचौंग क्यों रखा गया है?
चक्रवात का नाम 'मिचौंग' म्यांमार द्वारा प्रस्तावित किया गया था, जो लचीलेपन और दृढ़ता का प्रतीक है. यह शब्द एक म्यांमी शब्द है. इस साल हिंद महासागर में उठने वाला यह छठा और बंगाल की खाड़ी में बनने वाला चौथा चक्रवात है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (ईएससीएपी) के मुताबिक 'मिचौंग' नाम म्यांमार के द्वारा दिया गया एक 'मिचौंग' भाषा है. इसे 'मिग्जोम' भी कहा जाता है.

मौसम विभाग ने की थी भविष्यवाणी
चक्रवात मिचौंग तामिलनाडु और आंध्र प्रदेश में अपना कहर बरपा रहा है. इस बीच अब ओडिशा में इस मिचौंग के आने की संभावना जताई जा रही है. बता दें, भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि रविवार 3 दिसंबर को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवात मिचौंग बनने की उम्मीद है. इसके अगले दिन, मिचौंग चक्रवात के तमिलनाडु तट पर पहुंचने की भविष्यवाणी की गई थी और मिचौंग ने तमिलनाडु तट को प्रभावित किया. परिणामस्वरुप, चेन्नई में भारी बारिश हुई और जिससे शहर के कई इलाके पानी में डूब गए. क्षेत्र में उच्च जल स्तर के कारण चेन्नई हवाई अड्डे को भी सोमवार रात 11 बजे तक बंद करना पड़ा.

चेन्नई से कई उड़ानें रद्द
चक्रवाती तूफान मिचौंग एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है. मिचौंग चक्रवात के गंभीर प्रभावों ने राज्य को कई तरह से प्रभावित करना शुरू कर दिया है. चेन्नई से आने-जाने वाली कई उड़ानें रद्द कर दी गई है और चक्रवात मिचौंग के कारण मौसम की स्थिति को देखते हुए कई उड़ानों को डायवर्ट भी कर दिया गया है. भीषण चक्रवात के कारण सड़कों पर जलभराव और पेड़ों के गिरने के चलते यातायात जाम की समस्या से लोगों को परेशानी हो रही है. बता दें, मंगलवार, 5 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के बापटला तट को पार करने की उम्मीद है.

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