चेन्नई: तमिलनाडु भाजपा रामनाथपुरम अल्पसंख्यक विंग के सचिव और दो पुलिसकर्मियों को रामनाथपुरम में 5 करोड़ रुपये से अधिक की प्राचीन मूर्तियों को बेचने के प्रयास के मामले में गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से हिंदू देवी-देवताओं की कुल सात मूर्तियां बरामद की गईं. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग रामनाथपुरम मुदुकुलथुर इलाके में प्राचीन मूर्तियों को बेचने की कोशिश कर रहे हैं. मौके पर पहुंची पुलिस ने एक व्यक्ति को प्राचीन मूर्तियों को बेचने की कोशिश करते हुए रंगे हाथों पकड़ा. जांच में पता चला कि वह भाजपा के रामनाथपुरम अल्पसंख्यक विंग का सचिव है.
पूछताछ में अलेक्जेंडर ने सात मूर्तियों को अपने कब्जे में लेने की बात कबूल की, जो कथित तौर पर चार साल पहले दो पुलिसकर्मियों द्वारा उसे दी गई थी. उसके पास से दो नटराज की मूर्तियां, एक नागा कन्नी की मूर्ति, एक काली मां की मूर्ति, एक मुरुगन की मूर्ति, एक विनयगा की मूर्ति, और एक नागा देवथाई की मूर्ति मिली है. इन मूर्तियों को रामनाथपुरम कुरीसेथानर अय्यनार मंदिर के पीछे स्थित एक नहर से बरामद किया गया.
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि अरुप्पुकोट्टई के पुलिसकर्मी इलानकुमारन और डिंडीगुल के पुलिसकर्मी नागेंद्रन ने दो अन्य लोगों के साथ चार साल पहले एडप्पाडी, सलेम में एक गिरोह के पास से मूर्तियों को बरामद किया था. इसके बाद उन्होंने अलेक्जेंडर से मूर्तियों को बेचने के लिए संपर्क किया. फिलहाल मामले कि जांच की जा रही है. वहीं पुलिस फरार राजेश और गणेशन की तलाश में है.
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