मदुरै: तमिलनाडु के तेनकासी जिले के अलवरकुरिची में स्थित नरसिंगनाथर मंदिर से 1985 में गायब हुईं दो मूर्तियां अमेरिका में न्यूयॉर्क सिटी संग्रहालय से बरामद की गई हैं. राज्य के मूर्ति तस्करी रोकथाम इकाई के डीजीपी जयंत मुरली और मूर्ति तस्करी रोकथाम इकाई के आईजी दिनाकरन ने शुक्रवार को मदुरै में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी.
जयंत मुरली ने कहा कि 11वीं शताब्दी में बनीं पंचधातु की दो मूर्तियां वर्ष 1985 में अलवरकुरिची के नरसिंगनाथर मंदिर से गायब हो गई थीं. स्थानीय पुलिस ने 1986 में शुरुआती जांच के बाद मामले को बंद कर दिया था. इन दोनों मूर्तियों की कीमत करोड़ों में बताई गई है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मूर्तियां किसने चोरी की थीं और कितने रुपये में बेची गई थीं, इसकी जांच की जा रही है.
बता दें, अब तक विदेशों से 22 मूर्तियां बरामद की जा चुकी हैं. अकेले इस एक साल में सबसे ज्यादा 10 मूर्तियां बरामद हुई हैं. अधिकांश मूर्तियों की तस्करी अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में की गई है. 40 से अधिक मूर्तियों को अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है. विदेशों से चुराई गई मूर्तियों को प्राप्त करने में कई लंबी प्रक्रियाएं शामिल हैं. विदेशों से एक-एक मूर्ति को बरामद करने में करीब एक लाख रुपये खर्च किए जाते हैं.
फिलहाल तमिलनाडु में कीमती मूर्तियों का सर्वे चल रहा है. अधिकारियों ने कहा कि मूर्तियों को चुरा कर न्यूयॉर्क सिटी संग्रहालय को सौंपने वाले व्यक्ति का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. मदुरै से गायब पन्ना लिंगम को बरामद करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. प्राचीन मूर्तियों की सुरक्षा में लगे गार्डों को कोई धमकी नहीं मिली थी. मायलापुर कबालीस्वरार मंदिर में मोर की मूर्तियों के गायब होने का मामला जांच के अंतिम चरण में है. तमिलनाडु में मूर्ति तस्करी मामले में पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके सुभाष कपूर पर कुल पांच मामले दर्ज हैं और वह जेल में हैं.
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