चेन्नई : कोविड-19 महामारी के कारण ऑक्सीमीटर की मांग में वृद्धि के बीच तमिलनाडु पुलिस ने लोगों को फर्जी ऑक्सीमीटर एप डॉउनलोड करने को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि इससे उनके फोन से व्यक्तिगत व बायोमेट्रिक डाटा चोरी हो सकते हैं.
पुलिस ने कहा कि महामारी के दौरान लोगों की चिंताओं का दोहन साइबर अपराधी उपयोगकर्ताओं को संदिग्ध लिंक और एप्लीकेशन भेज कर कर रहे हैं, जिससे व्यक्तिगत जानकारी और उंगलियों के निशान जैसे बायोमेट्रिक डाटा की चोरी हो सकती है.
तमिलनाडु पुलिस ने चेताया
तमिलनाडु पुलिस ने यहां जारी एक परामर्श में कहा, 'इस तरह का एक गोरखंधधा साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी ऑक्सीमीटर एप के जरिये किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एप से खून में ऑक्सीजन का स्तर नापा जा सकता है.'
परामर्श में कहा गया कि फिंगरप्रिंट सेंसर से रक्त में ऑक्सीजन का स्तर मापने का दावा करने वाले फर्जी एप डाउनलोड करते ही उपयोगकर्ता को एसएमएस कर मोबाइल के विभिन्न फीचर तक पहुंच की अनुमति मांगी जाती है.
अनुमति देने पर साइबर अपराधी ओटीपी, फोन में रखे पासवर्ड, कार्ड की जानकारी, फोटो, फोन नंबर और यहां तक बायोमेट्रिक जैसी संवेदनशील जानकारी चोरी कर सकते हैं और उनका इस्तेमाल बैंकिंग सेवा और फोन में मौजूद अन्य संवेदनशील एप का उपयोग करने के लिए कर सकते हैं.
संदिग्ध एप है खतरे का संकेत
पुलिस ने कहा, 'ये एप खून में ऑक्सीजन का स्तर कैमरे पर उंगली रखने और टॉर्च की रोशनी उंगली पर डालने के आधार पर नापने का दावा करते हैं.
इस प्रक्रिया के दौरान संदिग्ध एप आपकी उंगलियों के निशान ले लेते हैं. इसका इस्तेमाल फर्जीवाड़ा कर आधार से जुड़ी लेनदेन प्रणाली में उंगलियों के निशान को प्रमाणित करने में किया जा सकता है.'
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र, गुजरात सहित कई राज्यों ने लोगों को पहले भी इस तरह की धोखधाड़ी को लेकर चेतावनी जारी की थी.
(पीटीआई-भाषा)