चेन्नई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को भारत और श्रीलंका के बीच ड्रग्स धंधे के माध्यम से लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) को पुनर्जीवित करने के प्रयास में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान चेन्नई निवासी लिंगम के रूप में हुई. बयान में कहा गया है, 'तमिलनाडु में मामले के मुख्य साजिशकर्ता लिंगम की गिरफ्तारी के साथ जुलाई 2022 में दर्ज श्रीलंकाई अवैध ड्रग्स और हथियार व्यापार मामले में अब तक कुल 14 लोग एनआईए के घेरे में आ चुके हैं.'
आधिकारिक बयान के अनुसार आरोपी लिंगम एक अन्य आरोपी गुणशेखरन का करीबी सहयोगी था. उसने भारत और श्रीलंका में ड्रग्स और हथियारों की आय से जुड़े अवैध लेनदेन के लिए 'बेनामी' के रूप में काम किया. एनआईए की जांच में यह भी दावा किया गया कि लिंगम ने भारत में अपने अवैध प्रवास को वैध बनाने के प्रयास में रैकेट के सदस्यों के लिए जाली आईडी दस्तावेज़ बनाए थे.
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आधिकारिक बयान में कहा गया, 'मामले के सभी आरोपी भारत और श्रीलंका में अवैध ड्रग्स के धंधे में सक्रिय रूप से काम कर रहे थे. वे ड्रग्स के व्यापार से अर्जित धन का उपयोग दोनों देशों में लिट्टे के पुनरुद्धार के लिए हथियारों की खरीद और संचय के वित्तपोषण के लिए कर रहे थे.'अवैध ड्रग्स को एक भगोड़ा हाजी सलीम के माध्यम से प्राप्त किया गया था, जिसके पाकिस्तान में स्थित होने का संदेह है. एलटीटीई ( LTTE) श्रीलंका में स्थित एक तमिल उग्रवादी संगठन था. सरकार ड्रग्ध के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है. इस सिलसिले में व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गई.
(एएनआई)