प्रकाशम (आंध्र प्रदेश) : तमिलनाडु के श्रीनभन कार्बन उत्सर्जन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता लाने के लिए साइकिल से 12 देशों की यात्रा पर साइकिल से निकले हैं. कन्याकुमारी से अपनी साइकिल यात्रा शुरू करने के बाद श्रीनभन प्रकाशम जिले के ओंगोल से गुजरते समय, वह संतनुतालपाडु मंडल के रुद्रवरम गांव में अपने इंस्टाग्राम मित्र और सुभाष चंद्र बोस के घर पर ठहरे.
तमिलनाडु के कन्याकुमारी के श्रीनभन ने होटल प्रबंधन में अध्ययन के साथ ही मुंबई में एक निजी कंपनी में भी काम किया है. 22 साल के श्रीनभन ने पर्यावरण की रक्षा के लिए लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है. इसी के मद्देनजर उन्होंने साइकिल से ही 12 देशों की यात्रा करने की योजना बनाई. श्रीनभन का मानना है कि व्यर्थ कार्बन उत्सर्जन के कारण पर्यावरण गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है. वहीं ग्लोबल वार्मिंग की वजह से पानी के अणु प्रभावित होते हैं और यहां तक कि सुरक्षित पीने का पानी भी दुर्लभ है.
विश्व साइकिल दिवस पर 3 जून से कन्याकुमारी से साइकिल यात्रा शुरू करने वाले श्रीनभन भारत के अलावा, नेपाल, भूटान, चीन, म्यांमार, सिंगापुर, हांगकांग, मलेशिया, थाईलैंड, कंबोडिया, लाओस और वियतानाम होते हुए दक्षिण कोरिया पहुंचेंगे. इस दौरान वह कुल 72 हजार किलोमीटर की यात्रा करेंगे.
प्रतिदिन साइकिल से 100 से 200 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले श्रीनभन रात होने पर उपयुक्त स्थान तलाश कर वहीं रुक जाते हैं फिर दूसरे दिन सुबह से अपना सफर शुरू करते हैं. नभन ने बताया कि वह साइकिल यात्रा में अपने और दोस्तों द्वारा बचाए गए पैसे से पर्यावरणविदों की मदद से कर रहे हैं. श्रीनभन के मुताबिक वह जहाज से दक्षिण कोरिया पहुंचेंगे. वहां से वह साइकिल से दूसरे देशों तक पहुंचेंगे, इसके लिए उन्होंने जरूरी वीजा भी तैयार कर लिया है.
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