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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को बिना गलतियों के पढ़ने और लिखने के लिए मिशन शुरू किया - school children read and write without mistakes

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को आठ साल तक के सभी बच्चों को बिना किसी गलती के पढ़ने और लिखने के लिए एनम एझुथम मिशन, एक साक्षरता और संख्यात्मक मिशन शुरू किया. इस मौके पर सीएम ने बताया कि विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए इल्म थेदी कल्वी योजना के द्वारा प्रदेश भर में 1 जून को अभियान चलाया गया.

Tamil Nadu CM launches mission to make school children read and write without mistakes
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को बिना गलतियों के पढ़ने और लिखने के लिए मिशन शुरू किया
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Published : Jun 14, 2022, 11:54 AM IST

चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को आठ साल तक के सभी बच्चों को बिना किसी गलती के पढ़ने और लिखने के लिए एनम एझुथम मिशन, एक साक्षरता और संख्यात्मक मिशन शुरू किया. सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा I से III तक पढ़ने वाले सोलह लाख से अधिक छात्रों को नृत्य, गीत, कहानी और कठपुतली सहित अन्य नवीन तरीकों का उपयोग करके पढ़ना और लिखना सिखाया जाएगा. तमिल, अंग्रेजी और गणित जैसे विषय के लिए गाइड और शिक्षण सामग्री तैयार की गई है.

छात्र अंग्रेजी और तमिल दोनों माध्यमों में विषयों को सीख सकेंगे. यह न केवल महामारी के दौरान हुई पढाई की हानि को कम करेगा, बल्कि यह छात्रों की सीखने की क्षमता, रचनात्मकता और आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा. स्टालिन ने तिरुवल्लूर जिले के अझिनजीवक्कम पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल में कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि मुझे 2025 तक लक्ष्य हासिल करने का विश्वास है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की सफलता इस योजना की सफलता पर निर्भर करती है. सीएम ने कहा कि शिक्षा एक ऐसी संपत्ति है जिसे कोई चुरा नहीं सकता.

पढ़ें : ऑनलाइन ताश के संबंध में जल्द अध्यादेश जारी किया जाएगा: तमिलनाडु सरकार

उन्होंने कहा कि निश्चत रूप से कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने शिक्षा के बिना भी सफलता हासिल की है. लेकिन शिक्षा पा कर सफल होने वाले लोगों की संख्यां लाखों में है. अगर कोई कहता है कि बिना पढ़े ही सफलता हासिल की जा सकती है तो हमें समझना चाहिए कि यह शिक्षा के माध्यम से सफल हुए लोगों से जलन के कारण ऐसा कर रहा है. बच्चों से शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि द्रविड़ आंदोलन और सामाजिक न्याय का जन्म 'सभी के लिए शिक्षा' की मांग के कारण हुआ था. उन्होंने 1 से 12 जून तक इल्लम थेदी कल्वी योजना के तहत आयोजित एक रीडिंग मैराथन के बारे में विवरण पर प्रकाश डाला. सीएम ने कहा कि लगभग 14 लाख छात्रों ने 81 लाख कहानियां पढ़ी हैं और 226 करोड़ शब्द Google के रीड अलॉन्ग ऐप के माध्यम से पढ़े हैं. उन्होंने स्कूली बच्चों को मुफ्त किताबें, स्कूल बैग और अन्य सामान वितरित किये. बाद में मुख्यमंत्री ने वडकराई के एक सरकारी स्कूल का दौरा किया.

पढ़ें : चेन्नई में पुलिस कस्टडी में मौत, विपक्ष ने हाई कोर्ट से जांच की मांग की

विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए इल्म थेदी कल्वी योजना के द्वारा प्रदेश भर में 1 जून को अभियान चलाया गया. इसे 'रीडिंग मैराथन' भी कहा गया. तमिलनाडु के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा Google के रीड अलॉन्ग ऐप के सहयोग से सुविधा प्रदान की गई थी. Google द्वारा विकसित रीड अलॉन्ग ऐप, यह सुनिश्चित करता है कि बच्चे पढ़ना सीखना शुरू करते समय मज़े करें. यह एप पढ़ने वाले छात्र को सुनता है और जब वे पढ़ते हैं तो सहायता के साथ-साथ प्रोत्साहन भी प्रदान करते हैं. बच्चों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए इस डिजिटल हस्तक्षेप में लगभग 1.81 इल्लम थेदी कल्वी केंद्रों की शुरुआत की गई. शनिवार तक, लगभग 18.36 लाख छात्रों ने ऐप के माध्यम से 1 जून से 12 जून तक 263 करोड़ से अधिक शब्दों को पढ़ा था. विशेष कर्तव्य अधिकारी (इलम थेडी कल्वी) ने यह जानकारी दी. 'रीडिंग मैराथन' में त्रिची जिले के लालगुडी क्षेत्र को पहले स्थान पर रखा गया है. जहां छात्रों ने लगभग 62.82 लाख शब्द पढ़े हैं. दूसरा मदुरै जिले का अलंगनल्लूर क्षेत्र है जिसमें 49.19 लाख शब्द पढ़े गये. तीसरा मदुरै जिले का ही मेलूर क्षेत्र है जहां 41.72 लाख शब्द पढ़े गये.

चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को आठ साल तक के सभी बच्चों को बिना किसी गलती के पढ़ने और लिखने के लिए एनम एझुथम मिशन, एक साक्षरता और संख्यात्मक मिशन शुरू किया. सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा I से III तक पढ़ने वाले सोलह लाख से अधिक छात्रों को नृत्य, गीत, कहानी और कठपुतली सहित अन्य नवीन तरीकों का उपयोग करके पढ़ना और लिखना सिखाया जाएगा. तमिल, अंग्रेजी और गणित जैसे विषय के लिए गाइड और शिक्षण सामग्री तैयार की गई है.

छात्र अंग्रेजी और तमिल दोनों माध्यमों में विषयों को सीख सकेंगे. यह न केवल महामारी के दौरान हुई पढाई की हानि को कम करेगा, बल्कि यह छात्रों की सीखने की क्षमता, रचनात्मकता और आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा. स्टालिन ने तिरुवल्लूर जिले के अझिनजीवक्कम पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल में कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि मुझे 2025 तक लक्ष्य हासिल करने का विश्वास है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की सफलता इस योजना की सफलता पर निर्भर करती है. सीएम ने कहा कि शिक्षा एक ऐसी संपत्ति है जिसे कोई चुरा नहीं सकता.

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उन्होंने कहा कि निश्चत रूप से कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने शिक्षा के बिना भी सफलता हासिल की है. लेकिन शिक्षा पा कर सफल होने वाले लोगों की संख्यां लाखों में है. अगर कोई कहता है कि बिना पढ़े ही सफलता हासिल की जा सकती है तो हमें समझना चाहिए कि यह शिक्षा के माध्यम से सफल हुए लोगों से जलन के कारण ऐसा कर रहा है. बच्चों से शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि द्रविड़ आंदोलन और सामाजिक न्याय का जन्म 'सभी के लिए शिक्षा' की मांग के कारण हुआ था. उन्होंने 1 से 12 जून तक इल्लम थेदी कल्वी योजना के तहत आयोजित एक रीडिंग मैराथन के बारे में विवरण पर प्रकाश डाला. सीएम ने कहा कि लगभग 14 लाख छात्रों ने 81 लाख कहानियां पढ़ी हैं और 226 करोड़ शब्द Google के रीड अलॉन्ग ऐप के माध्यम से पढ़े हैं. उन्होंने स्कूली बच्चों को मुफ्त किताबें, स्कूल बैग और अन्य सामान वितरित किये. बाद में मुख्यमंत्री ने वडकराई के एक सरकारी स्कूल का दौरा किया.

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विद्यार्थियों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए इल्म थेदी कल्वी योजना के द्वारा प्रदेश भर में 1 जून को अभियान चलाया गया. इसे 'रीडिंग मैराथन' भी कहा गया. तमिलनाडु के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा Google के रीड अलॉन्ग ऐप के सहयोग से सुविधा प्रदान की गई थी. Google द्वारा विकसित रीड अलॉन्ग ऐप, यह सुनिश्चित करता है कि बच्चे पढ़ना सीखना शुरू करते समय मज़े करें. यह एप पढ़ने वाले छात्र को सुनता है और जब वे पढ़ते हैं तो सहायता के साथ-साथ प्रोत्साहन भी प्रदान करते हैं. बच्चों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए इस डिजिटल हस्तक्षेप में लगभग 1.81 इल्लम थेदी कल्वी केंद्रों की शुरुआत की गई. शनिवार तक, लगभग 18.36 लाख छात्रों ने ऐप के माध्यम से 1 जून से 12 जून तक 263 करोड़ से अधिक शब्दों को पढ़ा था. विशेष कर्तव्य अधिकारी (इलम थेडी कल्वी) ने यह जानकारी दी. 'रीडिंग मैराथन' में त्रिची जिले के लालगुडी क्षेत्र को पहले स्थान पर रखा गया है. जहां छात्रों ने लगभग 62.82 लाख शब्द पढ़े हैं. दूसरा मदुरै जिले का अलंगनल्लूर क्षेत्र है जिसमें 49.19 लाख शब्द पढ़े गये. तीसरा मदुरै जिले का ही मेलूर क्षेत्र है जहां 41.72 लाख शब्द पढ़े गये.

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