नई दिल्ली/नोएडा : राजधानी दिल्ली के थाना फेज तीन सेक्टर 63 में इलेक्ट्रॉनिक पार्ट बनाने वाली कंपनी (Electronic parts manufacturing company) में एक सफाई कर्मचारी फर्श की सफाई के दौरान बेहोश हो गया, उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों का कहना है कि सफाईकर्मी की मौत हार्ट (sweeper death by falling on floor in noida) अटैक के कारण हुई है. ये घटना कंपनी में लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई. घटना का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस मामले में परिजनों ने मुआवजे की मांग (family demands compensation) की है. वहीं थाना फेज तीन की पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
दरअसल, घटना सेक्टर-63 के डी42 में बिजली के पुर्जे बनाने वाली एक कंपनी की है. कंपनी में गांव सोरखा सेक्टर-116 (Sorkha Sector-116) निवासी राकेश काम करता था. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि राकेश फर्श की सफाई कर रहा है, इस दौरान वह अचानक पेट के बल गिर जाता है और फिर उठ नहीं पाता है. उसे इस प्रकार से गिरता देख आस-पास मौजूद उसके साथी फौरन उसके पास पहुंचते हैं और उसे नोएडा के जिला अस्पताल ले जाते हैं, जहां डॉक्टर राकेश को मृत घोषित कर देते हैं. वहीं, दूसरी तरफ मृतक के परिजन कंपनी में काम करने के दौरान हुई मौत के कारण मुआवजे की मांग कर रहे हैं. थाना फेज-3 पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है.
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मृतक के परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों ने राकेश को मृत घोषित कर दिया तो कंपनी के कर्मचारी उसके शव को अस्पताल में ही छोड़कर फरार हो गए. कंपनी के स्टाफ के साथ वहां एक बीजेपी की महिला नेता (BJP women leader) भी पहुंची थी, उन्होंने परिजनों को समझाने की बजाय धमकाया. उनकी मांग है कि राकेश की मौत कंपनी में काम करने के दौरान हुई है. इसलिए उसे मुआवजा दिया जाए. उसके परिवार का भरण पोषण भी कंपनी उठाए. सेन्ट्रल नोएडा एडीसीपी इलामारन ने बताया कि सीसीटीवी में सफाईकर्मी की मौत हार्ट अटैक से हुई है. कंपनी मालिक और मृतक के परिजनों के बीच समझौता हो गया है.
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