कोलकाता : बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के करीबी राखल बेरा को फर्जी सरकारी नौकरी के नाम पर पैसे ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बेरा पर पश्चिम बंगाल सरकार के सिंचाई विभाग में नौकरी का झांसा देकर एक व्यक्ति से दो लाख रुपये हड़पने का आरोप लगा है.
चक्रवात यास की वजह से राज्य में सैकड़ों नदी तटबंध क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांच करने को कहा कि एक साथ इतने तटबंध कैसे गिर गए. जांच की शुरुआत से ही सिंचाई विभाग के कई भ्रष्टाचार सामने आए. इसी सिलसिले में मानिकतला पुलिस ने शनिवार को राखल बेरा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो कि भाजपा विधायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के करीबी माने जाते हैं.
एक अन्य घटना में, कोंटाई नगर प्रशासनिक बोर्ड के सदस्य रत्नदीप मन्ना ने एक जून को कोंटाई पुलिस स्टेशन में शुभेंदु अधिकारी और उनके भाई सौमेंदु अधिकारी के खिलाफ शिकायत की, जो उस समय कोंटाई नगर पालिका के प्रशासनिक निकाय के शीर्ष पर थे. राहत सामग्री लूटने का आरोप लगाते हुए शुभेंदु-सौमेंदु और दो अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
दिलचस्प बात यह है कि शुभेंदु और सौमेंदु दोनों ने इस पर कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार किया है. हालांकि शुभेंदु अधिकारी कहते हैं कि क्या इस बात का कोई सबूत है कि राखल बेरा मेरे करीबी हैं? मैं इस पर कुछ भी टिप्पणी नहीं करूंगा.
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वहीं दूसरी तरफ स्थानीय टीएमसी नेता और ममता बनर्जी के कैबिनेट मंत्री अखिल गिरि कहते हैं कि जब शुभेंदु अधिकारी सिंचाई मंत्री थे, तो राखल बेरा पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे हड़पने के कुछ आरोप लगे थे. पुलिस ने जांच के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है. आगे की जांच चल रही है.