श्रीनगर : कश्मीर के एक लेक्चरर जहूर अहमद भट, जिन्हें 23 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अनुच्छेद 370 निरस्तीकरण मामले में याचिकाकर्ताओं के पक्ष में बहस करने के बाद निलंबित कर दिया गया था. वह जम्मू और कश्मीर के उप राज्यपाल द्वारा गठित समिति के सामने पेश हुए (Zahoor Bhat appears before enquiry committee).
राजनीति विज्ञान के वरिष्ठ व्याख्याता जहूर भट्ट ने ईटीवी भारत से फोन पर कहा, 'मैं जांच के सिलसिले में गुरुवार को जम्मू के स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक सुबाह मेहता के समक्ष उपस्थित हुआ और समिति को अपना अवकाश आवेदन, स्टेशन की अनुमति और अन्य प्रासंगिक दस्तावेज उपलब्ध कराए.'
उन्होंने कहा कि 22 और 23 अगस्त को नई दिल्ली जाने के लिए उन्होंने दो दिन की छुट्टी के लिए आवेदन भी दिया था. गौरतलब है कि भट्ट को पिछले हफ्ते स्कूल शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया था. एसईडी के आदेश के अनुसार, 'राजनीति विज्ञान के वरिष्ठ व्याख्याता जहूर अहमद भट को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.'
श्रीनगर के एक सरकारी स्कूल में वरिष्ठ राजनीति विज्ञान व्याख्याता के निलंबन का मामला वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल 28 अगस्त को भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ के समक्ष लाए. इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि भारत के अटॉर्नी जनरल मामले की जांच करेंगे.
गौरतलब है कि श्रीनगर के जवाहर नगर में सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में तैनात राजनीति विज्ञान के वरिष्ठ व्याख्याता जहूर अहमद भट को जम्मू-कश्मीर सिविल सेवा विनियम, जम्मू-कश्मीर सरकार कर्मचारी (आचरण) नियम, 1971 और जम्मू-कश्मीर अवकाश नियमों के प्रावधानों के कथित उल्लंघन के लिए निलंबित कर दिया गया था.