सुकमा: केंद्रीय गृह मंत्री के कोरबा दौरे के बाद नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की बात सामने आ रही है. सुकमा तेलंगाना बॉर्डर पर नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की खबर है. पहले तो यहां सर्जिकल स्ट्राइक की खबर आई थी. बाद में सीआरपीएफ की तरफ से पत्र जारी कर मुठभेड़ किस तरह का रहा उसका खुलासा नहीं किया गया. लेकिन सीआरपीएफ ने हवाई हमले की बात से इंकार किया है. इस ऑपरेशन में टॉप नक्सल कमांडर हिड़मा के मारे जाने की खबर है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
नक्सली लीडर हिड़मा के मारे जाने की खबर: बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले और तेलांगना राज्य के सीमा में सुरक्षाबल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर है. इस ऑपरेशन में मोस्ट वांटेड नक्सली हिड़मा के मारे जाने की खबर सामने आई है. मारे गए नक्सली पर 45 लाख रुपये का इनाम घोषित थी. बीजापुर और तेलांगना राज्य के सीमावर्ती इलाके में तेलांगना ग्रेहाउंड्स फोर्स और सीआरपीएफ कोबरा बटालियन ने यह संयुक्त ऑपरेशन चलाया था.
सीआरपीएफ आईजी छत्तीसगढ़ सेक्टर की तरफ से जारी बयान: सीआरपीएफ आईजी की तरफ से बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि मीडिया में कई तरह के समाचार चल रहे हैं. हवाई हमले की बात की जा रही है जो पूरी तरह से अफवाह है. इस पत्र में यह लिखा गया है कि" विभिन्न सोशल मीडिया द्वारा यह सूचना प्रचारित किया जा रहा है कि सुरक्षा बलों द्वारा दिनांक 11/01/2023 को बीजापुर सुकमा तेलंगाना सीमा पर हेलीकाप्टर इत्यादि द्वारा नक्सलियों पर हमला किया गया जोकि गलत है.
जवानों के हेलीकॉप्टर से उतरते वक्त हुई मुठभेड़: यहां सीआरपीएफ कोबरा बटालियन की तरफ से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें मदद के लिए हेलीकॉप्टर से टुकड़ी भेजी गई थी. जब यह पार्टी बीजापुर तेलंगाना और सुकमा के जंगलों में उतर रही थी. तब नक्सलियों और कोबरा बटालियन की तरफ से फायरिंग हुई और नक्सली भागने को मजबूर हो गए. कोबरा बटालियन की टुकड़ी को कोई नुकसान नहीं हुआ है. नक्सलियों के नुकसान की सूचना प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है। क्षेत्र में सर्च अभियान जारी है.
मुठभेड़ की वास्तविक स्थिति का खुलासा नहीं: सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन एक विशेष फोर्स है. जिसे राष्ट्रविरोधी ताकतों से निपटने की सीख हासिल है. नक्सलियों से यह फोर्स निपटने में पूरी तरह सक्षम है. सरकार की तरफ से किए जा रहे विकास कार्यों से नक्सली बैकफुट पर है और वह अपना समर्थन खोते जा रहे हैं. इस नक्सली घटना में अभी तक कितने नक्सलियों को नुकसान पहुंचा है. इसका खुलासा नहीं हो पाया है. टॉप नक्सल कमांडर हिड़मा के मारे जाने की खबर है. लेकिन इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
मुठभेड़ पर आईजी बस्तर का क्या है बयान: इस मुठभेड़ पर आईजी बस्तर सुंदरराज पी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि "ऐसा पता चला है कि नक्सल विरोधी अभियान के तहत कुछ एक्शन किया जा रहा है. वर्तमान स्थिति में सभी सुरक्षा बल के सदस्य सुरक्षित हैं. किसी प्रकार की कोई अप्रिय स्थिति नहीं है. इस ऑपरेशन को लेकर अभी जानकारी नहीं है. अलग से जानकारी दी जाएगी." इस ऑपरेशन के बाद इलाके में सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है
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अमित शाह के कोरबा दौरे के बाद एक्शन: अभी हाल ही में चार दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरबा का दौरा किया था. इस दौरे में दौरान अमित शाह ने कहा था कि साल 2024 से पहले छत्तीसगढ़ से लाल आतंक यानि की नक्सलवाद का खात्मा हो जाएगा. उसके बाद नक्सलियों के खिलाफ यह बड़ा अभियान चलाया जा रहा है. नक्सलियों के खिलाफ इस अभियान की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन जानकार इसे अमित शाह के बयान से जोड़कर देख रहे हैं.
कोरबा में अमित शाह ने क्या कहा था: कोरबा में अमित शाह ने कहा था कि हम " नक्सलवाद से त्रस्त क्षेत्र को नक्सवाल से मुक्त कराने की कगार तक पहुंचे हैं. कांग्रेस की सरकार जब देश में थी तब साल 2009 में 2258 नक्सल घटनाएं हुई थी. उसके उसके बाद जब से मोदी सरकार आई है. साल 2021 में नक्सल घटनाएं घटकर 509 रह गई. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मोदी सरकार का यह प्रयास रहेगा कि पूरा देश नक्सलवाद की चपेट से मुक्त हो."