पटनाः बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई पर सवाल उठाते हुए तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर आज सुनवाई होगी. इससे पहले 8 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई टल गई थी लेकिन आज इस पर सुनवाई होने की उम्मीद है. 8 अगस्त से पहले हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार से रिहाई के सारे रिकॉर्ड तलब किए थे. आज सुप्रीम कोर्ट ये तय करेगा कि आनंद मोहन की रिहाई सही है या नहीं.
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वकील एपी सिंह सासंद की ओर से रखेंगे पक्षः आज पूर्व सांसद की ओर से वरिष्ठ वकील एपी सिंह सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे. एपी सिंह के मुताबिक पिछली बार मामला सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं किया गया था. इसलिए सुनवाई की तारीख 11 अगस्त तक टल गई थी. बिहार सरकार ने आनंद मोहन को किस आधार पर जेल से रिहाई दी है, इस पर उच्चतम कोर्ट ने हलफनामा दायर करने को कहा था. जिसके बाद बिहार सरकार ने जुलाई महीने में ही अपना जवाब दाखिल कर दिया है. अब सुनवाई के दौरान यह तय होना है कि आनंद मोहन की रिहाई बरकरार रखी जाएगी या रद्द कर दी जाएगी.
क्यों की जी. कृष्णैया की पत्नी ने याचिका दायरः दरअसल तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की पत्नी उमा देवी ने इस अधार पर याचिका दायर की है कि बिहार सरकार ने जेल मैनुअल में बदलाव करके आनंद मोहन की रिहाई की है, जो सही नहीं है. हालांकि आनंद मोहन के साथ 27 अप्रैल को 26 अन्य कैदियों को भी रिहाई दी गई थी. आनंद मोहन चुंकी एक आईएएस की हत्या के दोषी थे, इसलिए उनकी रिहाई पहले के नियम के अनुसार संभव नहीं थी. लेकिन बाद में जेल मैनुअल में बदलाव और नए कानून के हिसाब से आनंद मोहन की रिहाई संभव हो सकी और वो जेल से बाहर आ गए. इस रिहाई पर कई अन्य अधिकारियों और नेताओं ने भी अपत्ति जताई है.