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ट्रैफिक जाम को कम करता सुपर कंप्यूटर

ट्रैफिक जाम ऐसी समस्या है, जिसका सामना दुनिया के लगभग सभी शहर कर रहे हैं. उससे निजात पाना इतना आसान नहीं है. अमेरिका के एक शहर में प्रयोग के तौर पर एक विशेष पहल की गई है. सुपर कंप्यूटर की मदद से आंकड़ों को इकट्ठा कर नियमों में बदलाव किया गया. उसके बाद इसका काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिला. समय की बचत के साथ-साथ 20 फीसदी तक ईंधन की खपत कम हो गई.

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'ट्रैफिक जाम चाटानोगो
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Published : May 6, 2021, 9:44 PM IST

हैदराबाद : सुपर कंप्यूटर ट्रैफिक जाम को कम करने में मदद कर रहा है. शायद इस पर कोई विश्वास न करे, लेकिन यह हकीकत है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इसे सच कर दिखाया है.

अमेरिका के चाटानोगो में सुपरकंप्यूटर ने शहर के ट्रैफिक व्यवस्था में काफी परिवर्तन ला दिया है. ट्रैफिक कंजेशन काफी हद तक कम हो गया. इसकी वजह से ईंधन की खपत में 16 फीसदी तक कमी आ गई. एक अनुमान है कि यदि इसे पूरे अमेरिका में लागू कर दिया जाए, तो ईंधन पर होने वाले खर्च में 20 फीसदी की कमी आ सकती है. समय की जितनी बचत होगी, उससे 100 बिलियन डॉलर की उत्पादकता प्राप्त की जा सकती है.

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में ट्रैफिक को प्रभावित किया है. लोग सड़कों पर कम निकलने लगे हैं. इसके बावजूद दुनिया के बड़े शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है. 2019-20 के बीच अमेरिका समेत पूरी दुनिया में ट्रैफिक लेवल घटा है. लॉस एंजेलिस, न्यू यॉर्क और मियामी जैसे शहरों में क्रमशः 36 फीसदी, 30 फीसदी और 26 फीसदी ट्रैफिक कम देखा गया.

2020 के आंकड़ों के आधार पर ट्रैफिक कंजेशन से जूझ रहे शहरों में ये प्रमुख हैं ----

मास्को - 54 फीसदी

मुंबई - 53 फीसदी

बोगोटा - 53 फीसदी

मनीला - 53 फीसदी

इंस्तानबुल - 51 फीसदी

बेंगलुरु - 51 फीसदी

कीव - 51 फीसदी

नई दिल्ली - 47 फीसदी

नोवोसिबिर्स्क - 45 फीसदी

बैंकॉक - 44 फीसदी

द सैटेलाइट नेविगेशन कंपनी टॉमटॉम के 2020 ट्रैफिक इंडेक्स ने सात सबसे अधिक कंजेशन वाले हॉटस्पॉट की पहचान की. यहां पर यात्रा करने के लिए आपको 50 फीसदी अधिक समय देना पड़ता है. टॉमटॉम के अनुसार मॉस्को दुनिया का सबसे अधिक जाम वाला शहर है.

अमेरिका के टेनेसी में स्थित चाटानोगो शहर में 2019 में सुपरकंप्यूटर का प्रोजेक्ट शुरू किया गया. इसे ऑक रिज नेशनल लेबॉरेट्री और द नेशनल रेन्यूवेबल एनर्जी लेबॉरेट्री द्वारा तैयार किया गया.

एनआरईएल में काम करने वाले वैज्ञानिक जॉन फारेल ने बताया कि चाटानोगो में सबसे उपयुक्त परिस्थितियां थीं.

यहां पर 'ईगल' नाम का एक सुपरकंप्यूटर इस्तेमाल किया गया. ट्रैफिक डेटा को इकट्ठा किया गया. सैटेलाइट, ट्रैफिक कैमरा, मौसम केंद्रों और अन्य जगहों से आंकड़े एकत्रित किए गए. इस अध्ययन में पाया गया कि चाटानोगो की ओर जाने वाली फीडर सड़कों पर ट्रैफिक लाइट का ठीक ढंग से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था. इसकी वजह से देरी होती थी. इन आंकड़ों के आधार पर इनकी टाइमिंग बदल दी गई और बेहतरीन परिणाम देखने को मिला. ईंधन की खपत में16 फीसदी की कमी आ गई.

हालांकि आप कह सकते हैं कि चाटानोगा तुलनात्मक रूप से एक छोटा शहर है. इसकी आबादी 1.8 लाख है. इसके बावजूद यह अमेरिका के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में शामिल है.

चाटानोगो परीक्षण के परिणामों को राष्ट्रव्यापी स्तर पर दोहराया जाए, तो एनआरईएल को प्रति वर्ष 15 बिलियन लीटर की दर से अमेरिका भर में ईंधन की खपत कम करने की उम्मीद है. समय की बचत होगी. उत्सर्जन भी कम होगा.

हैदराबाद : सुपर कंप्यूटर ट्रैफिक जाम को कम करने में मदद कर रहा है. शायद इस पर कोई विश्वास न करे, लेकिन यह हकीकत है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इसे सच कर दिखाया है.

अमेरिका के चाटानोगो में सुपरकंप्यूटर ने शहर के ट्रैफिक व्यवस्था में काफी परिवर्तन ला दिया है. ट्रैफिक कंजेशन काफी हद तक कम हो गया. इसकी वजह से ईंधन की खपत में 16 फीसदी तक कमी आ गई. एक अनुमान है कि यदि इसे पूरे अमेरिका में लागू कर दिया जाए, तो ईंधन पर होने वाले खर्च में 20 फीसदी की कमी आ सकती है. समय की जितनी बचत होगी, उससे 100 बिलियन डॉलर की उत्पादकता प्राप्त की जा सकती है.

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में ट्रैफिक को प्रभावित किया है. लोग सड़कों पर कम निकलने लगे हैं. इसके बावजूद दुनिया के बड़े शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है. 2019-20 के बीच अमेरिका समेत पूरी दुनिया में ट्रैफिक लेवल घटा है. लॉस एंजेलिस, न्यू यॉर्क और मियामी जैसे शहरों में क्रमशः 36 फीसदी, 30 फीसदी और 26 फीसदी ट्रैफिक कम देखा गया.

2020 के आंकड़ों के आधार पर ट्रैफिक कंजेशन से जूझ रहे शहरों में ये प्रमुख हैं ----

मास्को - 54 फीसदी

मुंबई - 53 फीसदी

बोगोटा - 53 फीसदी

मनीला - 53 फीसदी

इंस्तानबुल - 51 फीसदी

बेंगलुरु - 51 फीसदी

कीव - 51 फीसदी

नई दिल्ली - 47 फीसदी

नोवोसिबिर्स्क - 45 फीसदी

बैंकॉक - 44 फीसदी

द सैटेलाइट नेविगेशन कंपनी टॉमटॉम के 2020 ट्रैफिक इंडेक्स ने सात सबसे अधिक कंजेशन वाले हॉटस्पॉट की पहचान की. यहां पर यात्रा करने के लिए आपको 50 फीसदी अधिक समय देना पड़ता है. टॉमटॉम के अनुसार मॉस्को दुनिया का सबसे अधिक जाम वाला शहर है.

अमेरिका के टेनेसी में स्थित चाटानोगो शहर में 2019 में सुपरकंप्यूटर का प्रोजेक्ट शुरू किया गया. इसे ऑक रिज नेशनल लेबॉरेट्री और द नेशनल रेन्यूवेबल एनर्जी लेबॉरेट्री द्वारा तैयार किया गया.

एनआरईएल में काम करने वाले वैज्ञानिक जॉन फारेल ने बताया कि चाटानोगो में सबसे उपयुक्त परिस्थितियां थीं.

यहां पर 'ईगल' नाम का एक सुपरकंप्यूटर इस्तेमाल किया गया. ट्रैफिक डेटा को इकट्ठा किया गया. सैटेलाइट, ट्रैफिक कैमरा, मौसम केंद्रों और अन्य जगहों से आंकड़े एकत्रित किए गए. इस अध्ययन में पाया गया कि चाटानोगो की ओर जाने वाली फीडर सड़कों पर ट्रैफिक लाइट का ठीक ढंग से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था. इसकी वजह से देरी होती थी. इन आंकड़ों के आधार पर इनकी टाइमिंग बदल दी गई और बेहतरीन परिणाम देखने को मिला. ईंधन की खपत में16 फीसदी की कमी आ गई.

हालांकि आप कह सकते हैं कि चाटानोगा तुलनात्मक रूप से एक छोटा शहर है. इसकी आबादी 1.8 लाख है. इसके बावजूद यह अमेरिका के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में शामिल है.

चाटानोगो परीक्षण के परिणामों को राष्ट्रव्यापी स्तर पर दोहराया जाए, तो एनआरईएल को प्रति वर्ष 15 बिलियन लीटर की दर से अमेरिका भर में ईंधन की खपत कम करने की उम्मीद है. समय की बचत होगी. उत्सर्जन भी कम होगा.

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