बेंगलुरु: बंदरगाह, अंतर्देशीय और जल परिवहन मंत्री एस. अंगारा ने शुक्रवार को राजनीति से संन्यास लेने का अपना फैसला वापस ले लिया है. अंगारा ने शुक्रवार को कहा, "मैं राजनीति से संन्यास लेने के अपने फैसले से पीछे हट रहा हूं और फिर से राजनीति में सक्रिय रहूंगा और सुलिया भाजपा उम्मीदवार भागीरथी मुरुल्या के लिए प्रचार करूंगा."
सुलिया में प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अंगारा ने राजनीतिक सेवानिवृत्ति की घोषणा वापस ले ली. अंगारा ने स्पष्ट किया कि मैंने भाजपा प्रत्याशी की घोषणा के दौरान प्रत्याशी सीट न मिलने की पीड़ा से अपने राजनीतिक संन्यास का ऐलान किया था. लेकिन बाद में मैंने अपना फैसला बदल दिया है और मैं उम्मीदवार भागीरथी मुरुल्या की जीत के लिए काम करूंगा, जो पहले ही पार्टी घोषणा कर चुकी है.
यहां तक कि जब मैं पहले सात बार चुनाव लड़ चुका था, तब भी मैंने कभी टिकट देने के लिए नहीं कहा और ना ही किसी ने मेरे बारे में कहा. टिकट के लिए कोई लॉबिंग नहीं हुई. इसलिए कई बार पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने की इजाजत दी है. मैंने अपने सार्वजनिक जीवन में कभी भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद नहीं किया.
इस बार भी मैंने बयान दिया था कि टिकट मिला तो चुनाव लड़ूंगा. 11 अप्रैल की रात को जब मैंने टीवी देखा तो मुझे सूचना मिली कि मुझे चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं है. इसने मेरे दिमाग को झकझोर दिया. इसलिए 12 अप्रैल की सुबह मैंने असमंजस में अपनी राजनीतिक सेवानिवृत्ति की घोषणा कर दी. बाद में मैंने देखा कि मेरे बारे में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं. मैं यह बातें इसलिए कह रहा हूं ताकि मेरे निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं, कार्यकर्ताओं और प्रशंसकों में गलत संदेश न जाए.
आपको बता दें कि सुलिया विधानसभा क्षेत्र से 6 बार विधायक रहे और वर्तमान में मंत्री रहे एस. अंगारा ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बुधवार (12 अप्रैल) को राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी थी. सुलिया में पूर्व जिला पंचायत सदस्य भागीरथी मुरुल्या को भाजपा ने मैदान में उतारा है.
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