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राजस्थान: कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा का सफल ऑपरेशन

कन्हैयालाल हत्याकांड (Kanhaiyalal murder case) मामले में मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा का सोमवार देर रात सफल ऑपरेशन किया गया. बता दें, मुख्यमंत्री गहलोत ने जयपुर एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों की टीम को भेजी थी.

Kanhaiyalal murder case
कन्हैयालाल हत्याकांड
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Published : Oct 4, 2022, 7:56 AM IST

Updated : Oct 4, 2022, 11:22 AM IST

उदयपुर. कन्हैयालाल हत्याकांड मामले (Kanhaiyalal murder case) में मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा (50) को ब्रेन हेमरेज हो गया. राजकुमार को गंभीर हालत में एमबी हॉस्पिटल लाया गया था. जिसके बाद जयपुर से डॉक्टर्स की एक टीम उदयपुर भेजी गई. घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद राजकुमार शर्मा का सफल ऑपरेशन किया गया.

दरअसल, पूरा मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के दो वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम बनाकर उदयपुर भेजी थी. जो सोमवार रात को उदयपुर पहुंची. इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया, जो देर रात तक चला. जयपुर से डॉक्टर मनीष अग्रवाल और राशिम कटारिया उदयपुर पहुंचे.

मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा का सफल ऑपरेशन

पढ़ें- कन्हैयालाल हत्याकांड: मुख्य चश्मदीद राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज, ऑपरेशन के लिए जयपुर से पहुंची डॉक्टरों की टीम

बता दें, जयपुर के एसएमएस अस्पताल से डॉक्टरों की विशेष टीम शाम करीब 4:30 बजे रवाना हुई थी. ऐसे में राज्य सरकार के आदेश पर टीम के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें उदयपुर भेजा गया. रात करीब 9:40 मिनट पर टीम के सदस्य एमबी अस्पताल पहुंचे. हालांकि इससे पहले ही एमबी अस्पताल के चिकित्सकों ने ऑपरेशन को लेकर पूरी तैयारियां कर रखी थी. राजकुमार शर्मा का रात करीब 1:15 तक ऑपरेशन चला जो कि सफल रहा. फिलहाल राजकुमार शर्मा को वेंटिलेटर पर रखा गया है. डॉक्टर से मिली जानकारी के अनुसार इस ऑपरेशन के बाद अगले 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण है.

5 घंटे चला ऑपरेशन- राजकुमार शर्मा का करीब 5 घंटे से भी अधिक समय तक ऑपरेशन चला. डॉ. मनीष अग्रवाल और राशिम कटारिया के साथ एमबी अस्पताल के चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक राजकुमार शर्मा का ऑपरेशन किया. मीडिया से बातचीत करते हुए दोनों चिकित्सकों ने बताया कि सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया है, लेकिन अगले 48 घंटे चुनौतीपूर्ण है. मनीष अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल राजकुमार शर्मा को वेंटिलेटर पर रखा गया है. मंगलवार को मरीज का सिटी स्कैन करवाया गया है, जो काफी हद तक ठीक है. उसे जयपुर भेजकर और चिकित्सकों से परामर्श किया गया है.

उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान कई तरह की बड़ी चुनौतियां भी थी क्योंकि लगातार राजकुमार शर्मा का ब्लड प्रेशर ऊपर नीचे हो रहा था. ऑपरेशन के दौरान राजकुमार शर्मा के सर में ब्लड काफी गहराई में था. ऐसी स्थिति में दोबारा से ब्लडिंग होती तो मरीज के लिए काफी चुनौती होती. पेशेंट को रिकवर करने में काफी समय लगेगा. डॉक्टर राशिम कटारिया ने बताया कि राजकुमार शर्मा को ब्लड प्रेशर ज्यादा था. जब हमने ऑपरेशन शुरू किया इस दौरान उनके ब्रेन में सूजन थी. ऑपरेशन बिल्कुल सक्सेसफुल रहा है ऑपरेशन के बाद ब्रेन में सूजन भी कम हुई है.

पढ़ें- कन्हैयालाल हत्याकांड प्रकरण में लापरवाही बरतने पर 17 पुलिसकर्मियों को थमाए गए नोटिस

राजकुमार शर्मा की पत्नी पुष्पा शर्मा ने बताया कि शनिवार को राजकुमार शर्मा घर पर तैयार हो रहे थे तभी चक्कर खाकर गिर गए. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों की ओर से उपचार के बाद पता चला कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ है. इसके बाद उदयपुर प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री को सूचना दी गई.

पढ़ें- कन्हैयालाल हत्याकांडः हत्यारों को फांसी होने तक बेटे यश ने नंगे पैर रहने का लिया संकल्प

कन्हैया लाल की दुकान पर काम करता था राजकुमार- राजकुमार कन्हैयालाल साहू की भूतमहल गली मालदास स्ट्रीट स्थित सुप्रीम टेलर्स दुकान पर 8 साल से काम करता था. जब कन्हैया की हत्या की गई, तब राजकुमार और ईश्वर साथ में थे. इस वारदात के बाद से ही राजकुमार सदमे में चल रहा था. परिवार ने उसे जैसे-तैसे संभाला, लेकिन आर्थिक तंगी ने उसे तोड़ दिया. राजकुमार की पत्नी पुष्पा शर्मा ने बताया कि पिछले 3 महीनों से वह काफी परेशान चल रहे थे.

उदयपुर. कन्हैयालाल हत्याकांड मामले (Kanhaiyalal murder case) में मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा (50) को ब्रेन हेमरेज हो गया. राजकुमार को गंभीर हालत में एमबी हॉस्पिटल लाया गया था. जिसके बाद जयपुर से डॉक्टर्स की एक टीम उदयपुर भेजी गई. घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद राजकुमार शर्मा का सफल ऑपरेशन किया गया.

दरअसल, पूरा मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के दो वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम बनाकर उदयपुर भेजी थी. जो सोमवार रात को उदयपुर पहुंची. इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया, जो देर रात तक चला. जयपुर से डॉक्टर मनीष अग्रवाल और राशिम कटारिया उदयपुर पहुंचे.

मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा का सफल ऑपरेशन

पढ़ें- कन्हैयालाल हत्याकांड: मुख्य चश्मदीद राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज, ऑपरेशन के लिए जयपुर से पहुंची डॉक्टरों की टीम

बता दें, जयपुर के एसएमएस अस्पताल से डॉक्टरों की विशेष टीम शाम करीब 4:30 बजे रवाना हुई थी. ऐसे में राज्य सरकार के आदेश पर टीम के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें उदयपुर भेजा गया. रात करीब 9:40 मिनट पर टीम के सदस्य एमबी अस्पताल पहुंचे. हालांकि इससे पहले ही एमबी अस्पताल के चिकित्सकों ने ऑपरेशन को लेकर पूरी तैयारियां कर रखी थी. राजकुमार शर्मा का रात करीब 1:15 तक ऑपरेशन चला जो कि सफल रहा. फिलहाल राजकुमार शर्मा को वेंटिलेटर पर रखा गया है. डॉक्टर से मिली जानकारी के अनुसार इस ऑपरेशन के बाद अगले 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण है.

5 घंटे चला ऑपरेशन- राजकुमार शर्मा का करीब 5 घंटे से भी अधिक समय तक ऑपरेशन चला. डॉ. मनीष अग्रवाल और राशिम कटारिया के साथ एमबी अस्पताल के चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक राजकुमार शर्मा का ऑपरेशन किया. मीडिया से बातचीत करते हुए दोनों चिकित्सकों ने बताया कि सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया है, लेकिन अगले 48 घंटे चुनौतीपूर्ण है. मनीष अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल राजकुमार शर्मा को वेंटिलेटर पर रखा गया है. मंगलवार को मरीज का सिटी स्कैन करवाया गया है, जो काफी हद तक ठीक है. उसे जयपुर भेजकर और चिकित्सकों से परामर्श किया गया है.

उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान कई तरह की बड़ी चुनौतियां भी थी क्योंकि लगातार राजकुमार शर्मा का ब्लड प्रेशर ऊपर नीचे हो रहा था. ऑपरेशन के दौरान राजकुमार शर्मा के सर में ब्लड काफी गहराई में था. ऐसी स्थिति में दोबारा से ब्लडिंग होती तो मरीज के लिए काफी चुनौती होती. पेशेंट को रिकवर करने में काफी समय लगेगा. डॉक्टर राशिम कटारिया ने बताया कि राजकुमार शर्मा को ब्लड प्रेशर ज्यादा था. जब हमने ऑपरेशन शुरू किया इस दौरान उनके ब्रेन में सूजन थी. ऑपरेशन बिल्कुल सक्सेसफुल रहा है ऑपरेशन के बाद ब्रेन में सूजन भी कम हुई है.

पढ़ें- कन्हैयालाल हत्याकांड प्रकरण में लापरवाही बरतने पर 17 पुलिसकर्मियों को थमाए गए नोटिस

राजकुमार शर्मा की पत्नी पुष्पा शर्मा ने बताया कि शनिवार को राजकुमार शर्मा घर पर तैयार हो रहे थे तभी चक्कर खाकर गिर गए. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों की ओर से उपचार के बाद पता चला कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ है. इसके बाद उदयपुर प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री को सूचना दी गई.

पढ़ें- कन्हैयालाल हत्याकांडः हत्यारों को फांसी होने तक बेटे यश ने नंगे पैर रहने का लिया संकल्प

कन्हैया लाल की दुकान पर काम करता था राजकुमार- राजकुमार कन्हैयालाल साहू की भूतमहल गली मालदास स्ट्रीट स्थित सुप्रीम टेलर्स दुकान पर 8 साल से काम करता था. जब कन्हैया की हत्या की गई, तब राजकुमार और ईश्वर साथ में थे. इस वारदात के बाद से ही राजकुमार सदमे में चल रहा था. परिवार ने उसे जैसे-तैसे संभाला, लेकिन आर्थिक तंगी ने उसे तोड़ दिया. राजकुमार की पत्नी पुष्पा शर्मा ने बताया कि पिछले 3 महीनों से वह काफी परेशान चल रहे थे.

Last Updated : Oct 4, 2022, 11:22 AM IST
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