मऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में मऊ सदर विधानसभा सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रत्याशी और बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी ने एक जनसभा में विवादित बयान दिया है. अब्बास अंसारी का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. उस भाषण की वजह से उनके ऊपर FIR भी दर्ज हो चुकी है और चुनाव आयोग ने भी मामले का संज्ञान ले लिया है.
अपने भाषण में अब्बास अंसारी ने कहा कि मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी से कह कर आया हूं कि छह महीने तक किसी अधिकारी की ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होगी. जो जहां है, वहीं रहने वाला है. पहले हिसाब-किताब होगा. उसके बाद उनके जाने पर मुहर लगाया जाएगा. आगे कहा कि हम बाहुबली हैं. हमें इससे कोई गुरेज नहीं है. मेरे नौजवान साथियों की तरफ कुछ बैल सींग निकाल कर खड़े हैं . समय आने दीजिए खूंटे में यही नहीं बांध दिया तो कहिएगा. अखिलेश यादव से मैंने कहा था कि पहले जिन लोगों ने मुकदमे लगाए हैं उनकी भी जांच पड़ताल कर लिया जाए.
आगे उन्होंने ये भी कह दिया कि पिछली सरकार में सरकार को खुश करने के लिए खास तौर पर कुछ अधिकारियों ने अपनी कुर्सी और अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है और जनता को प्रताड़ित किया है और उस जनता की आवाज है कि इसकी जांच हो और जो इसमें गलत पाए जाएंगे उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए. तभी आगे के लिए मैसेज होगा कि कोई अपनी पद की गरिमा को तार-तार ना करते हुए जनता के साथ कोई नाइंसाफी ना करें.
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हालांकि जब इस वायरल वीडियो में दिए गए बयान को लेकर अब्बास अंसारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने अखिलेश यादव से यह बातें कही हैं. यह होगा कि नहीं होगा यह तो बाद कि बात है. यह बातें अब्बास अंसारी द्वारा मऊ नगर क्षेत्र के पहाड़पुरा में आयोजित एक जनसभा में अपने भाषण के दौरान और साथ ही एक वायरल हो रहे वीडियो में भाषण के दौरान कही गयी हैं.