राजकोट: गुजरात के राजकोट स्थित मारवाड़ी विश्वविद्यालय में एक छात्र के साथ रैगिंग और उसका यौन उत्पीड़न करने के मामले (Student sodomized in Marwadi University) में पांच अन्य छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि 19 वर्षीय पीड़ित छात्र के साथ उसके साथी छात्रों ने एक माह में कई बार अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए और धमकी दी. पीड़ित छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुवाड़वा थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक, 28 सितंबर से 19 अक्टूबर के बीच पांच छात्रों ने पीड़ित के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए. घटना से तीन महीने पहले ही पीड़िता छात्र हॉस्टल में आया था.
पीड़ित ने बताया कि आरोपी विश्वविद्यालय के छात्रावास के एक कमरे में उसे जबरदस्ती बंद कर देते थे, उसका नग्न वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करते थे. उन्होंने उसका वीडियो वायरल करने की धमकी दी और उसे अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया. शिकायत में कहा गया है कि आरोपियों ने पीड़ित छात्र के गुप्तांग में कोई वस्तु भी डाल दी.
एक वीडियो क्लिप में आरोपी पीड़ित छात्र तीन विकल्प देते हुए यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि या तो वह अपने निजी अंगों को काट ले या मर जाए या हॉस्टल से कूदकर जान दे दे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर तीन से पूछताछ की जा रही है. वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी छात्रों को मौजूदा शैक्षणिक सत्र के लिए निलंबित कर दिया है.
मारवाड़ी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार का बयान
घटना के संबंध में मारवाड़ी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार नरेश जडेजा ने कहा कि पीड़ित छात्र बीबीए सेमेस्टर 1 में पढ़ रहा है. उसने पांचों छात्रों के खिलाफ शिकायत की है. इनमें से तीन छात्र बीबीए सेमेस्टर 3 के हैं, जबकि अन्य दो छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. पीड़ित छात्र और उसके अभिभावक ने विश्वविद्यालय आकर यह शिकायत की. जिसके आधार पर विवि के एंटी रैगिंग दस्ते ने उनसे चर्चा की और बाद में पीड़ित छात्र से पांच छात्रों की पहचान कराई गई. इसके बाद इन पांचों छात्रों को निलंबित कर दिया गया.
नरेश जडेजा ने आगे कहा, 'निलंबन के बाद पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई है. छात्रा के साथ दो बार यह घटना हो चुकी है. दोनों बार रात साढ़े दस बजे के करीब हुई. हमारी निगरानी और सीसीटीवी चालू है. लेकिन चूंकि इस तरह की घटना कमरे के अंदर हुई, इसलिए यह घटना हमारे सीसीटीवी में रिकॉर्ड नहीं हो सकी. हम आगे यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंग कि ऐसी घटना होने पर छात्र आगे आएं और मेंटर या फैकल्टी को सूचित करें.'