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भाजपा ने रेल मंत्री के इस्तीफे की विपक्ष की मांग पर कहा- बालासोर हादसे का राजनीतिकरण बंद करें - बालासोर हादसे का राजनीतिकरण

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को कहा कि विपक्षी दलों को बालासोर ट्रेन दुर्घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. भाजपा ने साथ ही कहा कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के रेल मंत्रियों का ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ (कार्य निष्पादन रिकार्ड) किसी आपदा से कम नहीं है.

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Published : Jun 4, 2023, 10:52 PM IST

नई दिल्ली: भाजपा आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर इन मंत्रियों के समय की दुर्घटनाओं के कथित विवरण साझा किये और कहा कि वे ऐसे ‘‘ ज्ञानी लोग’’ हैं जो देश में साढ़े सात दशक में "सबसे योग्य" रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

इससे पहले कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें भारतीय रेलवे में ‘‘सब कुछ ठीक होने’’ का माहौल बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, जबकि भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण एवं संवदेनशील बुनियादी ढांचे की उपेक्षा की जा रही है.’’ मालवीय ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण बालासोर त्रासदी का राजनीतिकरण करना बंद करें क्योंकि संप्रग के तहत रेल मंत्रियों का ‘ट्रैक रिकॉर्ड’, आपदा से कम नहीं था. हमें राहत और बचाव अभियान पर ध्यान देना चाहिए और जीवन और रेल को वापस पटरी पर लाना चाहिए.’’

उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के रेलमंत्री रहते, टक्कर की 54 घटनाओं और ट्रेन के पटरी से उतरने की 839 घटनाओं में 1,451 लोगों की मौत हो गई थी. उन्होंने कहा कि जब लालू यादव मंत्री थे, तब मरने वालों की संख्या 1,159 थी जबकि नीतीश कुमार के कार्यकाल में यह आंकड़ा 1,527 था. यादव संप्रग सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री थे, जबकि नीतीश कुमार, अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार में मंत्री थे. मालवीय ने कहा कि ये इस्तीफा मांगने वालों का ‘रिपोर्ट कार्ड’ है.

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्घटना को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की है. मालवीय ने आरोप लगाया, ‘‘राजनीति में बनर्जी का उदय शवों को लेकर हुआ है. सिंगुर से लेकर 2021 के चुनाव-बाद हिंसा तक, उन्होंने जो कुछ किया है - वह मौत और तबाही की गंदी राजनीति में लिप्त होना है.’’

उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वैष्णव शनिवार को दुर्घटनास्थल पर उन्हें (ममता बनर्जी को) कुछ समझाते हुए देखे जा सकता हैं, जब उन्होंने (ममता बनर्जी ने) कहा था कि मरने वालों की संख्या 500 तक हो सकती है. मालवीय ने कहा, ‘‘यह ममता बनर्जी हैं - संकीर्ण मनसिकता और तुनक मिजाज.’’

भाजपा नेता ने कहा कि भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ वर्षों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए हैं. उन्होंने कहा कि इसमें पटरियों के रखरखाव और नवीनीकरण के लिए रिकॉर्ड काम शामिल हैं, जबकि ‘ब्रॉड गेज’ मार्ग पर सभी मानवरहित समपारों को समाप्त कर दिया गया है. उन्होंने अन्य उपायों का हवाला देते हुए कहा कि रेल मार्गों पर ट्रेन टक्कर रोधी प्रणाली (टीसीएएस) या 'कवच' लगाने का काम तेजी से चल रहा है. रेलवे बोर्ड ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की सिफारिश की है जिसमें अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है.

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नई दिल्ली: भाजपा आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर इन मंत्रियों के समय की दुर्घटनाओं के कथित विवरण साझा किये और कहा कि वे ऐसे ‘‘ ज्ञानी लोग’’ हैं जो देश में साढ़े सात दशक में "सबसे योग्य" रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

इससे पहले कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें भारतीय रेलवे में ‘‘सब कुछ ठीक होने’’ का माहौल बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, जबकि भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण एवं संवदेनशील बुनियादी ढांचे की उपेक्षा की जा रही है.’’ मालवीय ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण बालासोर त्रासदी का राजनीतिकरण करना बंद करें क्योंकि संप्रग के तहत रेल मंत्रियों का ‘ट्रैक रिकॉर्ड’, आपदा से कम नहीं था. हमें राहत और बचाव अभियान पर ध्यान देना चाहिए और जीवन और रेल को वापस पटरी पर लाना चाहिए.’’

उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के रेलमंत्री रहते, टक्कर की 54 घटनाओं और ट्रेन के पटरी से उतरने की 839 घटनाओं में 1,451 लोगों की मौत हो गई थी. उन्होंने कहा कि जब लालू यादव मंत्री थे, तब मरने वालों की संख्या 1,159 थी जबकि नीतीश कुमार के कार्यकाल में यह आंकड़ा 1,527 था. यादव संप्रग सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री थे, जबकि नीतीश कुमार, अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार में मंत्री थे. मालवीय ने कहा कि ये इस्तीफा मांगने वालों का ‘रिपोर्ट कार्ड’ है.

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्घटना को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की है. मालवीय ने आरोप लगाया, ‘‘राजनीति में बनर्जी का उदय शवों को लेकर हुआ है. सिंगुर से लेकर 2021 के चुनाव-बाद हिंसा तक, उन्होंने जो कुछ किया है - वह मौत और तबाही की गंदी राजनीति में लिप्त होना है.’’

उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वैष्णव शनिवार को दुर्घटनास्थल पर उन्हें (ममता बनर्जी को) कुछ समझाते हुए देखे जा सकता हैं, जब उन्होंने (ममता बनर्जी ने) कहा था कि मरने वालों की संख्या 500 तक हो सकती है. मालवीय ने कहा, ‘‘यह ममता बनर्जी हैं - संकीर्ण मनसिकता और तुनक मिजाज.’’

भाजपा नेता ने कहा कि भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ वर्षों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए हैं. उन्होंने कहा कि इसमें पटरियों के रखरखाव और नवीनीकरण के लिए रिकॉर्ड काम शामिल हैं, जबकि ‘ब्रॉड गेज’ मार्ग पर सभी मानवरहित समपारों को समाप्त कर दिया गया है. उन्होंने अन्य उपायों का हवाला देते हुए कहा कि रेल मार्गों पर ट्रेन टक्कर रोधी प्रणाली (टीसीएएस) या 'कवच' लगाने का काम तेजी से चल रहा है. रेलवे बोर्ड ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की सिफारिश की है जिसमें अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है.

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