बिलासपुर: शहर के कानन पेंडारी जूलॉजिकल गार्डन से बुरी खबर आ रही है. यहां एक टाइगर के शावक की मौत हो गई है. यह माता शावक था. चिड़ियाघर प्रबंधन ने बताया है कि फीमेल टाइगर रश्मि की दोनों किडनी खराब हो गई थी. वह कुछ दिनों से बीमार चल रही थी. मंगलवार दोपहर को फीमेल टाइगर रश्मि की मौत हो गई. इस घटना ने कानन पेंडारी जू प्रबंधन के इंतजाम पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. अब जू प्रबंधन मामले में जांच की बात कह रहा है.
अप्रैल 2022 में हुआ था शावक रश्मि का जन्म: साल 2022 के अप्रैल महीने में टाइगर के शावक रश्मि का जन्म हुआ था. यहां बाघिने चार शावकों को जन्म दिया था. जिसमें से अब रश्मि की मौत हो गई है. फीमेल टाइगर शावक रश्मि की मौत से वन्य प्रेमियों में गुस्सा और दुख भी है. एक साल उम्र का फासला तय करने के बाद फीमेट टाइगर शावक की मौत लोगों को नाराज कर रही है. यहां शावकों को पर्यटकों के लिए एक डिस्प्ले सेंटर में रखा गया था. लेकिन कुछ दिन पहले शावक रश्मि बीमार हो गई. जिसका इलाज कानन के अस्पताल में किया जा रहा था. उसके बाद उसकी मौत हो गई.
अब केवल तीन शावक बचे: रश्मि बाघिन रंभा की शावक थी. उनके साथ तीन नर टाइगर शावक पैदा हुए थे. अभी ये तीनों शावक ठीक हैं. लेकिन शावकों की संख्या कानन पेंडारी में घट गई है. चार में से सिर्फ तीन शावक अब बचे हैं. प्रबंधन इस मौत को नेचुरल डेथ करार दे रहा है. प्रबंधन का कहना है कि शावक की दोनों किडनी खराब हो गई थी. उसका लगातार इलाज किया जा रहा था. लेकिन वह बच नहीं पाई
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कानन में एक साल के अंदर दो बाघों की मौत: कानन पेंडारी में एक साल के अंदर दो बाघों की मौत हुई है. जिसने पहले से लोगों और वन्य प्रेमियों को मायूस कर रखा था. एक बाघ की उम्रदराज होने से मौत हो गई थी. दूसरी मादा बाघिन को उसके ही नाती बाघ ने पिंजरा तोड़कर हमला कर दिया था. जिसमें उसकी मौत हो गई थी. अब यह तीसरी मौत है. जो काफी दुखद है.