नोएडा/नई दिल्ली: स्पेशल टास्क फोर्स नोएडा यूनिट ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसमें एसबीआई कार्ड के पूर्व असिस्टेंट मैनेजर ने अपने पद का दुरुपयोग करके एसबीआई कार्ड से लाखों रुपए की ठगी किया. इस मामले में एसटीएफ पुलिस ने पूर्व असिस्टेंट मैनेजर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अभिषेक चंद्रा और विक्रांत कुमार चौधरी के रूप में की गई है.
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को बैंकों से ठगी करने वाले गिरोह के संबंध में लगातार सूचनाएं प्राप्त हो रही थी. जिसे ध्यान में रखते हुए अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ लखनऊ ने शिकायतों के आधार पर नोएडा एसटीएफ यूनिट को इस मामले के बारे में निर्देश दिया. जिस पर जांच करते हुए नोएडा एसटीएफ यूनिट ने एसबीआई कार्ड की शिकायत पर दो लोगों का नाम प्रकाश में लाया. जिन्हें पुलिस ने पूछताछ के लिए अपने कैम्प कार्यालय सूरजपुर बुलाया.
पूछताछ के लिए बुलाए गए दो लोगों में अभिषेक चंद्रा और विक्रांत कुमार चौधरी शामिल थे. जिनसे पूछताछ में सामने आया कि अभिषेक चंद्रा ने एसबीआई कार्ड में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर रहते हुए विक्रांत कुमार चौधरी के साथ मिलकर क्रेडिट कार्ड का दुरुपयोग किया. दोनों ने एसबीआई कार्ड से लगभग 40 लाख रुपये की ठगी करने की बात कबूली.
इस संबंध में गाजियाबाद कवि नगर थाना में धारा 406, 420, 467, 468 और 471 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज है. एसटीएफ नोएडा ने जांच के दौरान दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
एसपी एसटीएफ नोएडा यूनिट राजकुमार मिश्रा ने बताया, गिरफ्तार आरोपी अभिषेक चंद्रा ने पूछताछ में बताया है कि उसकी आयु लगभग 31 वर्ष और वह बीसीए किया हुआ है. साल 2017 से एसबीआई कार्ड में असिस्टेंट मैनेजर कस्टमर सर्विसेज के पद पर कार्य कर चुका है और इसका मुख्य काम एसबीआई कार्ड्स के डेविड और क्रेडिट कार्ड्स के ट्रांजैक्शन को सुपरवाइज करना और डेकोमेन्टेशन करना था.
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इसके अलावा एसबीआई कार्ड्स के कस्टमर के ट्रांजैक्शन को रिजोलब करना भी था. अभिषेक ने बताया कि एसबीआई कार्ड्स में नियुक्ति के दौरान उसके द्वारा बरती गई अनियमितताओं के कारण जुलाई 2021 में उसे बर्खास्त कर दिया गया. वहीं आरोपी विक्रांत से अभिषेक की दोस्ती 2012 में हुई. इस दोस्ती और एसबीआई कार्ड्स से हटने के बाद दोनों ने मिलकर क्रेडिट कार्ड के माध्यम से एसबीआई कार्ड को लाखों का चूना लगाना शुरू किया. जिस कार्ड के माध्यम से धोखाधड़ी करने का काम किया जा रहा था. वह विक्रांत कुमार चौधरी का था. धोखाधड़ी करके जो पैसे मिलते थे उसे दोनों आपस में बांट लेते थे. इन दोनों ने अब तक एसबीआई कार्ड्स की लगभग 40 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है.