लंदन: जर्नल 'साइबरसाइकोलॉजी, बिहेवियर एंड सोशल नेटवर्किंग' का सुझाव है कि सोशल मीडिया से सिर्फ एक हफ्ते की दूरी से बहुत बदलाव होंगे. सोशल मीडिया से कुछ दिनों की छुट्टी से व्यक्तियों के समग्र स्तर में सुधार हुआ. साथ ही साथ अवसाद और चिंता के लक्षणों में कमी आई.
हम जानते हैं कि सोशल मीडिया का उपयोग बहुत बढ़ा है लेकिन साथ ही मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में चिंता बढ़ रही है. इसलिए इस अध्ययन के साथ हम यह देखना चाहते थे कि क्या केवल लोगों को एक सप्ताह का ब्रेक लेने के लिए कहने से मानसिक स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है. बाथ विश्वविद्यालय के प्रमुख शोधकर्ता जेफ लैम्बर्ट ने कहा कि हमारे कई प्रतिभागियों ने कहा कि सोशल मीडिया से दूर रहने के बाद उनका मूड बेहतर है और चिंता कम हो गई है.
लैम्बर्ट ने कहा कि इससे पता चलता है कि एक छोटा सा ब्रेक भी प्रभाव डाल सकता है. अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 15 समूह आवंटित किए जिनकी उम्र 18 से 72 वर्ष की आयु तक थी. इनमें से 4 व्यक्ति जो हर दिन सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, उन्हें सोशल मीडिया का उपयोन न करने के लिये कहा गया. इसमें पाया कि गया सोशल मीडिया का उपयोग न करने वालों में अवसाद या चिंता कम पाई गई, जबकि उपयोग करने वाले तनावग्रस्त दिखे.
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प्रतिभागियों ने अध्ययन की शुरुआत में सोशल मीडिया पर प्रति सप्ताह औसतन 8 घंटे खर्च करने की जानकारी दी. एक सप्ताह बाद प्रतिभागियों को एक सप्ताह का ब्रेक लेने के लिए कहा गया. सोशल मीडिया का उपयोग जारी रखने वालों की तुलना में इससे दूरी बनाने वाले ज्यादा खुश दिखाई दिये. प्रतिभागियों ने सोशल मीडिया का उपयोग करके औसतन 21 मिनट के लिए एक सप्ताह का ब्रेक लेने के लिए कहा गया. स्क्रीन उपयोग के आंकड़े जांचने के लिए प्रदान किए गए थे कि व्यक्तियों ने ब्रेक का पालन किया है.