नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के बीच शुक्रवार को व्यापक वार्ता हुई. इस वार्ता के बाद आर्थिक साझेदारी को महत्वपूर्ण रूप से विस्तारित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी 'विजन डॉक्यूमेंट' को अपनाने की बात कही गई. बैठक के बाद आयोजित संयुक्त संबोधन में पीम मोदी ने पिछले साल श्रीलंका में आर्थिक कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत एक करीबी दोस्त के रूप में संकट के दौरान श्रीलंका के लोगों के साथ 'कंधे से कंधा मिलाकर' खड़ा रहा है.
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शुक्रवार को पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने हमारी आर्थिक साझेदारी के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट अपनाया है. यह विजन है - दोनों देशों के लोगों के बीच समुद्री, हवा, ऊर्जा और लोगों से लोगों के जुड़ाव को मजबूती देने का. उन्होंने कहा कि यह विजन है - पर्यटन, ऊर्जा और उद्योग के साथ-साथ उच्च शिक्षा, और कौशल विकास में में आपसी सहयोग को गति देने का. यह विजन है - श्रीलंका के प्रति भारत के लंबे समय के कमिटमेंट का.
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मैं राष्ट्रपति विक्रमसिन्घे और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूँ।
— PMO India (@PMOIndia) July 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आज राष्ट्रपति विक्रमसिन्घे अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा कर रहे हैं। इस अवसर पर मैं उन्हें हम सभी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ: PM @narendramodi
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आज राष्ट्रपति विक्रमसिन्घे अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा कर रहे हैं। इस अवसर पर मैं उन्हें हम सभी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ: PM @narendramodiमैं राष्ट्रपति विक्रमसिन्घे और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूँ।
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आज राष्ट्रपति विक्रमसिन्घे अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा कर रहे हैं। इस अवसर पर मैं उन्हें हम सभी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ: PM @narendramodi
पीएम मोदी ने कहा कि हमने तय किया है कि Economic and Technological Cooperation Agreement पर शीघ्र ही बातचीत शुरू की जाएगी. इससे दोनों देशों के लिए व्यापार और आर्थिक सहयोग की नई संभावनाएं खुलेंगी. हम भारत और श्रीलंका के बीच हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सहमत हैं. व्यापार और लोगों का आवागमन बढ़ाने के लिए, तमिलनाडु के नागपट्टनम और श्रीलंका के कांके-संतुरई के बीच पैंसेंजर फेरी सर्विस शुरू करने का निर्णय भी लिया गया है.
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पिछला एक वर्ष, श्रीलंका के लोगों के लिए चुनौतियों से भरा रहा है।
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एक निकटतम मित्र होने के नाते, हमेशा की तरह, हम इस संकट के काल में भी श्रीलंका के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे: PM @narendramodi
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एक निकटतम मित्र होने के नाते, हमेशा की तरह, हम इस संकट के काल में भी श्रीलंका के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे: PM @narendramodiपिछला एक वर्ष, श्रीलंका के लोगों के लिए चुनौतियों से भरा रहा है।
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एक निकटतम मित्र होने के नाते, हमेशा की तरह, हम इस संकट के काल में भी श्रीलंका के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे: PM @narendramodi
पीएम मोदी ने अपने वक्तव्य के दौरान कहा कि हमने तय किया है, कि दोनों देशों के बीच बिजली के ग्रीड्स को जोड़ने के काम को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा. भारत और श्रीलंका के बीच, पेट्रोलियम पाइपलाइन की संभावनाओं का अध्ययन भी किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आज श्रीलंका में UPI को लांच करने के लिए हुए समझौते से फिनटेक कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी.
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भारत की “Neighbourhood First” पॉलिसी और “सागर” विज़न, दोनों में भी श्रीलंका का महत्वपूर्ण स्थान है।
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आज हमने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
हमारा मानना है, कि भारत और श्रीलंका के सुरक्षा हित और विकास एक दूसरे से जुड़ें हैं: PM
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आज हमने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
हमारा मानना है, कि भारत और श्रीलंका के सुरक्षा हित और विकास एक दूसरे से जुड़ें हैं: PMभारत की “Neighbourhood First” पॉलिसी और “सागर” विज़न, दोनों में भी श्रीलंका का महत्वपूर्ण स्थान है।
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आज हमने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
हमारा मानना है, कि भारत और श्रीलंका के सुरक्षा हित और विकास एक दूसरे से जुड़ें हैं: PM
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने मछुआरों की आजीविका से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की. हम सहमत हैं, कि हमें इस मामले में एक मानवीय रूख के साथ आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति विक्रमसिन्घे ने अपने समावेशी दृष्टिकोण के बारे में मुझे बताया. हम आशा करते हैं कि श्रीलंका सरकार तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी. समानता, न्याय और शांति के लिए पुनर्निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि श्रीलंका सरकार वहां के तमिल समुदाय के लिए सम्मान की जिंदगी सुनिश्चित करेगी.
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हम आशा करते हैं कि श्रीलंका सरकार तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।
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समानता, न्याय और शांति के लिए पुनर्निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी: PM @narendramodi
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समानता, न्याय और शांति के लिए पुनर्निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी: PM @narendramodi
पीएम मोदी ने कहा कि यह वर्ष हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए विशेष महत्त्व रखता है. हम अपने डिप्लोमेटिक संबंधों की पचहत्तरवीं वर्षगांठ मना रहें हैं. साथ ही, भारतीय मूल का तमिल समुदाय, श्रीलंका में अपने आगमन के 200 वर्ष पूरे कर रहा है. मुझे यह कहते हुए खुशी है, कि इस अवसर पर, श्रीलंका के भारतीय मूल के तमिल नागरिकों के लिए 75 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न प्रोजेक्ट्स कार्यान्वित किये जाएंगे. इसके साथ-साथ, भारत श्रीलंका के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र में भी विकास कार्यक्रमों में योगदान देगा.
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उन्होंने कहा कि एक स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध श्रीलंका न केवल भारत के हित में है, बल्कि पूरे हिंद महासागर क्षेत्र के हित में है. मैं एक बार फिर आश्वासन देता हूं, कि श्रीलंका के लोगों की इस संघर्ष की घड़ी में भारत के लोग उनके साथ हैं. अपनी टिप्पणी में, श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा मानना है कि भारत की वृद्धि पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए फायदेमंद होगी.
(इनपुट पीटीआई)