चेन्नई : तमिलनाडु में एआईएडीएमके के 10 साल के शासन के बाद डीएमके की सत्ता में वापसी हुई है और इस जीत के हीरो हैं डीएमके सुप्रीमो एमके स्टालिन. उन्होंने दो तिहाई बहुमत जुटाकर ईडी पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक पर धमाकेदार जीत दर्ज की. यह पहला चुनाव था जो जयललिता और करुणानिधि की गैरमौजूदगी में लड़ा गया.
7 मई को सीएम पद की शपथ लेंगे स्टालिन
तमिलनाडु में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुए थे और वोटों की गिनती 2 मई को हुई. जिसमें डीएमके और उसके सहयोगियों को 159 सीटों पर जीत मिली. एमके स्टालिन डीएमके के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. जो 7 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. डीएमके नेता एम.के. स्टालिन की अध्यक्षता में नव निर्वाचित विधायिका के सदस्यों की बैठक 4 मई शाम 6 बजे चेन्नई के अन्ना अरावल्यम स्थित आर्टिस्ट एरिना में होगी.
जीत के बाद पिता को याद किया
कोविड-19 महामारी को देखते हुए तमिलनाडु में डीएमके के नेतृत्व में बनने जा रही नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बहुत ही सादगी भरा होगा. ये बात द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कही. चुनाव परिणाम घोषित किए जाने के बाद स्टालिन ने चेन्नई में अपने पिता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की समाधि पर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया.
विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान स्टालिन ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में होने की संभावना है और ये बहुत ही सादगी भरा होगा. स्टालिन ने कहा कि वह अपनी पार्टी के चुनावी वादों को चरणबद्ध तरीके से पूरा करेंगे.