रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर बीजेपी अभी से जुट गई है. पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी की कसावट के कार्य में जुटे हैं. इस लिहाज से एनडीए को और मजबूत करने और राज्य में अपने वोट बैंक को साधने की जुगत में भी बीजेपी लगातार कार्य कर रही है. इसे देखते हुए यह कहा जा रहा है कि जल्द ही मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार किया जा सकता है.
इस कवायद में अब छत्तीसगढ़ से भी बीजेपी नेताओं का नाम मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले नेताओं में आ रहा है. इस रेस में कौन कौन से नेता शामिल हैं. जिन्हें मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. आइए जानते हैं.
इन नामों की चर्चा हुई तेज: केंद्रीय कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से नेताओं को शामिल करने की चर्चा जोरों पर है. इन नेताओं की रेस में सबसे पहला नाम दुर्ग सांसद विजय बघेल का सामने आ रहा है. उसके बाद सांसद गोमती साय, राज्यसभा सांसद सरोज पांडे और सांसद गुहाराम अजगले के नामों की चर्चा ज्यादा हो रही है.
"खबर आ रही है कि, केंद्रीय कैबिनेट में बड़ा बदलाव होने वाला है. छत्तीसगढ़ को लेकर कहा जाए तो, यहां के कुछ सांसदों का नाम केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर चर्चा में हैं. इनमें भाजपा के तेजतर्रार नेता सांसद विजय बघेल, आदिवासी नेत्री गोमती साय, बीजेपी की राज्यसभा सांसद सरोज पांडे और गुहाराम अजगले के नामों की चर्चा है: उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार
बीजेपी सांसद विजय बघेल के बारे में जानिए: दुर्ग सांसद विजय बघेल का नाम मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले नेताओं की रेस में सबसे आगे है. विजय बघेल, भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर और तेजतर्रार नेता हैं. साल 2000 में वह नगर पालिका निगम चरोदा के प्रथम अध्यक्ष बने थे. वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रिश्तेदार होने के साथ साथ उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी हैं. उन्होंने साल 2008 में भूपेश बघेल को विधानसभा चुनाव में पटखनी दी थी. कुल 7842 वोटों से उन्होंने भूपेश बघेल को हराया था. वो लगातार सीएम बघेल पर हमलावर रहते हैं. इसके अलावा विजय बघेल ओबीसी समाज से आते हैं. इसिलए यह अटकले हैं कि, छत्तीसगढ़ के आगामी चुनाव में ओबीसी वोट बैंक को साधने के लिए उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है.
बीजेपी सांसद गोमती साय का नाम भी रेस में शामिल: मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले नेताओं की संभावित लिस्ट में बीजेपी सांसद गोमती साय का नाम भी शामिल है. गोमती साय रायगढ़ से बीजेपी की सांसद हैं. उन्होंने साल 2019 में लोकसभा चुनाव जीता था. पांच बार के सांसद रहे विष्णुदेव साय की जगह पर पार्टी ने उन्हें मैदान में उतारा था. जिसमें उनकी जीत हुई थी. गोमती साय आदिवासी समाज के कवर जनजाति से आती हैं. छत्तीसगढ़ में कंवर समाज की जनसंख्या सबसे अधिक है. इसिलए कयास लगाए जा रहे हैं कि, आदिवासी वोटों को साधने के लिए गोमती साय को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. राजनैतिक करियर की बात करें तो, गोमती साय जशपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं. वह साल 2005 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य बनीं. फिर 2010 में जनपद सदस्य और 2015 में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनीं गईं थीं.
सांसद गुहाराम अजगले पर भी पार्टी खेल सकती है दांव: मोदी मंत्रिमंडल में जिन नामों को शामिल किए जाने की चर्चा है. उनमें जांजगीर चांपा से बीजेपी सांसद गुहाराम अजगले का भी नाम सामने आ रहा है. गुहाराम अजगले दूसरी बार बीजेपी के सांसद बने हैं. पहले वह साल 2004 में सारंगढ़ से बीजेपी के सांसद रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति वर्ग की जनसंख्या और वोटरों की संख्या भी अधिक है. लिहाजा छत्तीसगढ़ के 9 सांसदों में गुहाराम ऐसे सांसद है जो अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं. इसिलए छत्तीसगढ़ के जातिगत समीकरण को साधने की कोशिश में उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. गुहाराम अजगले को संगठन के साथ साथ अन्य मोर्चा में भी काम करने का अनुभव है. वह राष्ट्रीय अनुसूचित जाति मोर्चा की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
"मोदी कैबिनेट का विस्तार एक चुनावी गणित के तौर पर भी देखा जा रहा है. जिस तरह से 4 सांसदों के नामों पर चर्चा हो रही है. चारों अलग-अलग वर्ग से आते हैं. सरोज पांडे सामान्य वर्ग से आती हैं. सांसद विजय बघेल के नाम की चर्चा जोरों पर है. भूपेश बघेल को उन्होंने चुनाव में दो बार हराया है. ओबीसी वर्ग से आते हैं. गोमती साय आदिवासी वर्ग से आती है. छत्तीसगढ़ में आदिवासियों का वोट भी बेहद मायने रखता है. गुहाराम अजगले अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं.- उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार
अगर ऐसा होता है तो आने वाले चुनाव में बीजेपी को होगा फायदा: वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा ने सभी वर्गों को साधने के लिहाज से कैबिनेट विस्तार को बीजेपी के लिए फायदेमंद बताया. उन्होंने कहा कि इसका छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में भी फायदा होगा
मोदी कैबिनेट में सरोज पांडे को भी मिल सकती है जगह: मोदी कैबिनेट विस्तार में जिन संभावित नामों की चर्चा छत्तीसगढ़ से हो रही है. उसमें बीजेपी की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का नाम भी चर्चा में है. सरोज पांडेय बीजेपी के संगठन में भी काम कर चुकी हैं. वर्तमान में सरोज पांडेय भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य हैं. शहरी और महिला वोट बैंक को साधने के लिए सरोज पांडेय को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. सरोज पांडेय दुर्ग की महापौर, विधायक और सांसद भी रह चुकी हैं. सरोज पांडे साल 2009 में दुर्ग से बीजेपी की लोकसभा सांसद रह चुकी हैं. 2018 से वह छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद हैं. सरोज पांडेय महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका भी निभा चुकी हैं.
"चला चली की बेला में नरेंद्र मोदी सरकार अगर छत्तीसगढ़ से किसी चेहरे को शामिल करती है. तो उसका उन्हें क्या फायदा मिलेगा. ना तो जनता को फायदा मिलेगा ना तो उनकी पार्टी को फायदा मिलेगा"- सुशील आनंद शुक्ला, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग
इस तरह विधानसभा और लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मोदी कैबिनेट के विस्तार में छत्तीसगढ़ को जगह मिल सकती है. अब देखना होगा कि इन चार नेताओं में से मोदी कैबिनेट में किस नेता को छत्तीसगढ़ से शामिल किया जा सकता है.