ETV Bharat / bharat

मोरबी ब्रिज हादसा : गुजरात सरकार की ओर से वोरा लड़ेंगे केस

गुजरात सरकार ने मोरबी पुल हादसे का केस लड़ने के लिए विशेष अधिवक्ता नियुक्त कर दिया है (Morbi bridge accident case). एसके वोरा सरकार की ओर से मुकदमा लड़ेंगे.

Morbi bridge accident case
मोरबी ब्रिज हादसा
author img

By

Published : Dec 11, 2022, 8:48 PM IST

मोरबी : पुल हादसे में 135 लोगों की मौत मामले का केस लड़ने के लिए विशेष सरकारी वकील एस.के. वोरा को नियुक्त किया गया है (Morbi bridge accident case). घटना की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है और एक पीआईएल पर सुनवाई हो रही है. राजकोट जिले के सरकारी वकील एस.के. वोरा केस लड़ेंगे.

मोरबी सिटी बी.डिवीजन थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर मामला मोरबी के जिला न्यायालय में चल रहा है, जिसके लिए राजकोट के जिला के सरकारी वकील एस.के. वोरा को राजकीय विधि विभाग ने विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया है.

पुल गिरने से 135 लोगों की हुई थी मौत : 30 अक्टूबर को मोरबी का मशहूर हैंगिंग ब्रिज गिरने से 135 नागरिकों की मौत हो गई थी. नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और आरोपियों का रिमांड मिलने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया है.

हैंगिंग पुल का प्रबंधन नगर पालिका के जनरल बोर्ड में बिना किसी प्रस्ताव के ओरेवा ग्रुप को सौंप दिया गया था. मरम्मत कार्य के बाद ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल और उनके परिवार की उपस्थिति में पुल को जनता के लिए खोल दिया गया था. हालांकि, 30 अक्टूबर को शाम करीब छह बजे यह ढह गया. बच्चे, गर्भवती महिलाएं और वृद्ध सहित लोग पुल के मलबे के साथ नीचे गिरे.

पढ़ें- TMC प्रवक्ता साकेत गोखले और दक्ष पटेल के खिलाफ मानहानि की शिकायत

मोरबी : पुल हादसे में 135 लोगों की मौत मामले का केस लड़ने के लिए विशेष सरकारी वकील एस.के. वोरा को नियुक्त किया गया है (Morbi bridge accident case). घटना की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है और एक पीआईएल पर सुनवाई हो रही है. राजकोट जिले के सरकारी वकील एस.के. वोरा केस लड़ेंगे.

मोरबी सिटी बी.डिवीजन थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर मामला मोरबी के जिला न्यायालय में चल रहा है, जिसके लिए राजकोट के जिला के सरकारी वकील एस.के. वोरा को राजकीय विधि विभाग ने विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया है.

पुल गिरने से 135 लोगों की हुई थी मौत : 30 अक्टूबर को मोरबी का मशहूर हैंगिंग ब्रिज गिरने से 135 नागरिकों की मौत हो गई थी. नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और आरोपियों का रिमांड मिलने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया है.

हैंगिंग पुल का प्रबंधन नगर पालिका के जनरल बोर्ड में बिना किसी प्रस्ताव के ओरेवा ग्रुप को सौंप दिया गया था. मरम्मत कार्य के बाद ओरेवा ग्रुप के जयसुख पटेल और उनके परिवार की उपस्थिति में पुल को जनता के लिए खोल दिया गया था. हालांकि, 30 अक्टूबर को शाम करीब छह बजे यह ढह गया. बच्चे, गर्भवती महिलाएं और वृद्ध सहित लोग पुल के मलबे के साथ नीचे गिरे.

पढ़ें- TMC प्रवक्ता साकेत गोखले और दक्ष पटेल के खिलाफ मानहानि की शिकायत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.