नई दिल्ली: बीते 28 अप्रैल से AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) की ओर से पार्टी के प्रमुख नेताओं को व्यक्तिगत पत्र भेजना शुरू किया है. जिसमें सभी कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य, सभी संसद सदस्य, सभी प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख, सभी कांग्रेस विधायक शामिल होंगे. साथ ही पार्टी के नेता, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई जैसे सभी फ्रंटल संगठनों के प्रमुख और सभी विभागों के प्रमुख भी चिंतन शिविर में भाग लेंगे.
वेणुगोपाल ने अपने पत्र में कहा कि कांग्रेस प्रमुख की ओर से मैं आपको इस ऐतिहासिक चिंतन शिविर में आमंत्रित करता हूं. जहां हम आज की राजनीतिक स्थिति से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए हमारी पार्टी की व्यापक रणनीति पर भी विचार करेंगे. राज्य के नेताओं को अपनी भागीदारी की पुष्टि करने और अपनी यात्रा योजना साझा करने के लिए कहा गया है, ताकि पार्टी द्वारा आवास और परिवहन की व्यवस्था की जा सके.
देश की सबसे पुरानी पार्टी द्वारा विचार-मंथन सत्र के लिए विशेष रूप से एक ईमेल आईडी बनाई गई है. जिसे नवसंकल्पशिविर2022 कहा जा रहा है और नेताओं को 12 मई को शाम 6 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर अपना विवरण और रिपोर्ट साझा करने के लिए कहा गया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हाल ही में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में पांच विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद सोनिया गांधी द्वारा बुलाए गए बड़े आयोजन की व्यवस्था कर रहे हैं.
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में हारने वाली कांग्रेस 2024 में ऐसा नहीं होने देना चाहती. इसलिए यह मंथन सत्र आयोजित किया गया है. अगले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति ही इस मंथन सत्र का व्यापक फोकस है. देशभर में पार्टी को कैसे पुनर्जीवित किया जाए, नेतृत्व के मुद्दे के अलावा समान विचारधारा वाले दलों के साथ भविष्य के गठबंधन जैसे मुद्दों पर भी वरिष्ठ नेताओं के बीच बहस होने की उम्मीद है. सोनिया गांधी द्वारा राजनीतिक स्थिति, अर्थव्यवस्था, संगठन, कृषि, सामाजिक कल्याण और युवा और सशक्तिकरण जैसे विभिन्न विषयों पर कागजात तैयार करने और शिविर में बहस करने के लिए गठित छह समूहों ने दस्तावेजों पर काम करना शुरू कर दिया है. जो कि विफलताओं को उजागर करेंगे.
यह भी पढ़ें- बिजली कटौती को लेकर चिदंबरम का केंद्र पर तंज, 'मोदी है, मुमकिन है'
छह वरिष्ठ नेताओं को क्रमशः राजनीतिक स्थिति के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे, अर्थव्यवस्था के लिए पी चिदंबरम, संगठन के लिए मुकुल वासनिक, समाज कल्याण के लिए सलमान खुर्शीद, कृषि के लिए भूपिंदर हुड्डा और युवा और सशक्तिकरण के लिए अमरिंदर राजा वारिंग को नामित किया गया है. इन पैनल चर्चाओं के अलावा पार्टी के नेताओं से उम्मीद की जाती है कि वे गरीबों, समाज के कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों को कुचलने के अलावा बेरोजगारी और आवश्यक खाद्य पदार्थों की उच्च कीमतों और चल रहे ऊर्जा संकट जैसे ज्वलंत मुद्दों पर चिंता व्यक्त करेंगे.