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23 असंतुष्ट नेताओं से मिलेंगी सोनिया, बागी गुटों के बीच होगी सुलह !

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 19 दिसंबर को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक बुलाई है. इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ असंतुष्ट नेताओं को भी बुलाया गया है, जिन्होंने पत्र लिखकर पार्टी में सुधार की मांग की थी. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 99.9% कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का विश्वास है कि राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करने और मोदी सरकार का सामना करने के लिए सही व्यक्ति हैं.

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Published : Dec 18, 2020, 10:06 PM IST

Updated : Dec 18, 2020, 10:22 PM IST

सोनिया
सोनिया

नई दिल्ली : कांग्रेस में लंबे समय से चले आ रहे असंतोष के बीच शनिवार 19 दिसंबर को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने निवास पर वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगी. 23 शीर्ष नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में व्यापक सुधार की मांग के बाद यह पहली बार आमने-सामने की बैठक होगी.

बैठक को बागी गुटों के बीच 'सुलह' की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिन्हें पार्टी प्रमुख के साथ मुलाकात की मांग करने पर नजरअंदाज कर दिया गया था. सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी ने पार्टी नेतृत्व और अन्य लोगों के गुट के बीच आई तल्खी को कम करने का जिम्मा वरिष्ठ नेता कमल नाथ को सौंपने का फैसला किया है.

कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल के कारण कांग्रेस अध्यक्ष से काफी समय से नहीं मिल पाए थे. उन्होंने फैसला किया है वह विभिन्न संगठनात्मक मुद्दों पर कल से बैठक करेंगी और निर्णय लेंगी.

कल सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले नेताओं की सूची में डॉ. मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, एके एंटनी, पी चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, शशि थरूर, केसी वेणुगोपाल, पवन बंसल, भूपिंदर हुड्डा, कमलनाथ, अशोक गहलोत, पृथ्वीराज चव्हाण शामिल हैं.

सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के अगले चुनावों की घोषणा के साथ सभी मुद्दे हल हो जाए इसलिए किसी भी प्रकृति की पार्टी में विघटन के कोई आंतरिक मुद्दे नहीं हैं.

कांग्रेस नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी के अधिकांश सदस्य चाहते हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद पर लौट आएं. हालांकि, राहुल गांधी अपना नाम देंगे या नहीं यह साफ नहीं है.

सुरजेवाला ने कहा कि अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के निर्वाचक मंडल द्वारा चुना जाएगा. 99.9% कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का विश्वास है कि राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करने और मोदी सरकार का सामना करने के लिए सही व्यक्ति हैं. राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जनता से जुड़ी नीतियों पर निडर होकर सवाल उठाए हैं.

पढ़ें- असंतुष्ट नेताओं से मिलेंगी सोनिया, कमलनाथ बने सूत्रधार

सूत्रों ने कहा कि गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल सहित वरिष्ठ नेताओं से सोनिया मुलाकात करेंगी, हालांकि अभी सूची फाइनल नहीं हुई है. साथ ही, सीडब्ल्यूसी के कई अन्य नेताओं को आमंत्रित किया गया है. आधिकारिक एजेंडा किसानों के आंदोलन से उत्पन्न वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करना है.

पार्टी सूत्रों ने कहा कि माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता कमल नाथ को सोनिया और जी 23 के बीच बैठक की व्यवस्था करने का काम सौंपा गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बैठक का हिस्सा होंगे, सूत्रों ने कहा कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है.

सूत्र ने आगे कहा कि कमल नाथ कई राज्यों में पार्टी के निचले स्तर के प्रदर्शन से चिंतित हैं.

23 वरिष्ठ नेताओं के इस साल अगस्त में सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सक्रिय नेतृत्व की मांग किए जाने के बाद कांग्रेस नेतृत्व आश्चर्यचकित रह गया था. मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के विद्रोह के बाद कमल नाथ ने इस साल मार्च में सत्ता गंवा दी थी. कमल नाथ इससे पहले पार्टी के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 8 दिसंबर को सोनिया गांधी से उनके आवास पर मिले थे.

नई दिल्ली : कांग्रेस में लंबे समय से चले आ रहे असंतोष के बीच शनिवार 19 दिसंबर को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने निवास पर वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगी. 23 शीर्ष नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में व्यापक सुधार की मांग के बाद यह पहली बार आमने-सामने की बैठक होगी.

बैठक को बागी गुटों के बीच 'सुलह' की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिन्हें पार्टी प्रमुख के साथ मुलाकात की मांग करने पर नजरअंदाज कर दिया गया था. सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी ने पार्टी नेतृत्व और अन्य लोगों के गुट के बीच आई तल्खी को कम करने का जिम्मा वरिष्ठ नेता कमल नाथ को सौंपने का फैसला किया है.

कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल के कारण कांग्रेस अध्यक्ष से काफी समय से नहीं मिल पाए थे. उन्होंने फैसला किया है वह विभिन्न संगठनात्मक मुद्दों पर कल से बैठक करेंगी और निर्णय लेंगी.

कल सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले नेताओं की सूची में डॉ. मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, एके एंटनी, पी चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, शशि थरूर, केसी वेणुगोपाल, पवन बंसल, भूपिंदर हुड्डा, कमलनाथ, अशोक गहलोत, पृथ्वीराज चव्हाण शामिल हैं.

सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के अगले चुनावों की घोषणा के साथ सभी मुद्दे हल हो जाए इसलिए किसी भी प्रकृति की पार्टी में विघटन के कोई आंतरिक मुद्दे नहीं हैं.

कांग्रेस नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी के अधिकांश सदस्य चाहते हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद पर लौट आएं. हालांकि, राहुल गांधी अपना नाम देंगे या नहीं यह साफ नहीं है.

सुरजेवाला ने कहा कि अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के निर्वाचक मंडल द्वारा चुना जाएगा. 99.9% कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का विश्वास है कि राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करने और मोदी सरकार का सामना करने के लिए सही व्यक्ति हैं. राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जनता से जुड़ी नीतियों पर निडर होकर सवाल उठाए हैं.

पढ़ें- असंतुष्ट नेताओं से मिलेंगी सोनिया, कमलनाथ बने सूत्रधार

सूत्रों ने कहा कि गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल सहित वरिष्ठ नेताओं से सोनिया मुलाकात करेंगी, हालांकि अभी सूची फाइनल नहीं हुई है. साथ ही, सीडब्ल्यूसी के कई अन्य नेताओं को आमंत्रित किया गया है. आधिकारिक एजेंडा किसानों के आंदोलन से उत्पन्न वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करना है.

पार्टी सूत्रों ने कहा कि माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता कमल नाथ को सोनिया और जी 23 के बीच बैठक की व्यवस्था करने का काम सौंपा गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बैठक का हिस्सा होंगे, सूत्रों ने कहा कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है.

सूत्र ने आगे कहा कि कमल नाथ कई राज्यों में पार्टी के निचले स्तर के प्रदर्शन से चिंतित हैं.

23 वरिष्ठ नेताओं के इस साल अगस्त में सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सक्रिय नेतृत्व की मांग किए जाने के बाद कांग्रेस नेतृत्व आश्चर्यचकित रह गया था. मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के विद्रोह के बाद कमल नाथ ने इस साल मार्च में सत्ता गंवा दी थी. कमल नाथ इससे पहले पार्टी के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 8 दिसंबर को सोनिया गांधी से उनके आवास पर मिले थे.

Last Updated : Dec 18, 2020, 10:22 PM IST
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