बेंगलुरु : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत समाधानों के लिए एक आदर्श परीक्षण प्रयोगशाला है. उन्होंने कहा कि यह रेखांकित किया गया है कि देश में सफल होने वाले समाधानों को दुनिया में कहीं भी आसानी से लागू किया जा सकता है. पहले से रिकॉर्डेड संदेश में पीएम मोदी ने G20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप के मंत्रियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत का डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा वैश्विक चुनौतियों के लिए एक स्केलेबल, सुरक्षित और समावेशी समाधान प्रदान करता है.
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#WATCH | "...More than 45% of global real-time payments happen in India...The CoWIN portal supported India's vaccination drive...We are building 'Bhashini' an AI-powered language translation platform. It will support digital inclusion in all the diverse languages in India...,"… pic.twitter.com/zxOoF2P9bs
— ANI (@ANI) August 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक अविश्वसनीय रूप से विविध देश है. हमारे पास दर्जनों भाषाएं और सैकड़ों बोलियां हैं. यह दुनिया में हर धर्म और असंख्य सांस्कृतिक प्रथाओं का घर है. प्राचीन परंपराओं से लेकर नवीनतम तकनीक तक, भारत में सभी के लिए कुछ है.
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#WATCH | "...Today India has over 850 million internet users enjoying some of the cheapest data costs in the world. We have leveraged technology to transform governance to make it more efficient, inclusive, faster & transparent...," says PM Narendra Modi while virtually… pic.twitter.com/Gmd5kvzG1X
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उन्होंने कहा कि इस तरह की विविधता के साथ, भारत समाधान के लिए एक आदर्श परीक्षण प्रयोगशाला है. उन्होंने कहा कि एक समाधान जो भारत में सफल होता है उसे दुनिया में कहीं भी आसानी से लागू किया जा सकता है. मोदी ने इस बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को बताया कि भारत दुनिया के साथ अपने अनुभव को साझा करने के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री ने बैठक को सूचित किया कि देश ने अब एक ऑनलाइन ग्लोबल पब्लिक डिजिटल गुड् डिपॉजिटरी बनाया है.
उन्होंने इवेंट में प्रतिभागियों से कहा कि वे डिजिटल कौशल की तुलना में क्रॉस कंट्री तुलना के लिए रोडमैप विकसित करने का प्रयास किया. उन्होंने प्रतिभागियों से डिजिटल स्किलिंग पर उत्कृष्टता का एक आभासी केंद्र स्थापित करने के लिए भी कहा. मोदी ने एक सुरक्षित, विश्वसनीय और लचीली डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए जी 20 उच्च स्तर के सिद्धांतों पर आम सहमति के निर्माण पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि हमारे पास G20 में एक समावेशी, समृद्ध और सुरक्षित वैश्विक डिजिटल भविष्य की नींव रखने का एक अनूठा अवसर है. हम डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के माध्यम से वित्तीय समावेश और उत्पादकता को शामिल कर सकते हैं. डिजिटल अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत सरकार द्वारा किए गए प्रयोगों को समझाते हुए, मोदी ने कहा कि जन धन खातों की त्रिमूर्ति, आधार और मोबाइल फोन ने वित्तीय लेनदेन में क्रांति ला दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम 'भाषीनी' का निर्माण कर रहे हैं. जो एक एआई संचालित भाषा अनुवाद मंच होगा. यह भारत की सभी विविध भाषाओं में डिजिटल समावेश का समर्थन करेगा.
(पीटीआई)