सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक करोड़ रुपये मूल्य की लुप्तप्राय प्रजाति के रेड सैंड बोआ सांप की तस्करी का मामला सामने आया है, जिसमें मंगलवार को वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए चार तस्करों को गिरफ्तार किया है. मंगलवार को गिरफ्तार लोगों को जलपाईगुड़ी कोर्ट ले जाया गया. मामले में वन विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि घटना में कोई और शामिल तो नहीं है.
वन विभाग के अधिकारियों की माने तो विभाग को गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर सिलीगुड़ी नगरपालिका के शास्त्रीनगर क्षेत्र में वन विभाग की कार्रवाई के दौरान लुप्तप्राय प्रजाति का रेड सैंड बोआ सांप बरामद किया गया. बताया गया कि सोमवार को बैकुंठपुर वन प्रमंडल के एनपीपी 1 रेंज के पास के इलाके में रेड सैंड बोआ नामक सांप की लुप्तप्राय प्रजाति को बिहार से लाया गया था और वहां एक घर में छिपा कर रखा गया था.
सूचना मिलते ही बेलाकोबा रेंजर संजय दत्ता के नेतृत्व में वनकर्मियों ने अभियान शुरू किया. उसी इलाके के रहने वाले पाशांग लामा के घर पर छापेमारी कर सांप को बरामद किया गया. पता चला है कि सांप 4 फीट पांच इंच लंबा और 4.5 किलो वजन का है. वन विभाग ने घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों की पहचान अरिंदम सरकार, पासंग लामा शेरपा, अनवर मिया, जगदीश चंद्र रॉय के रूप में हुई है.
वन विभाग ने मंगलवार को गिरफ्तार चारों लोगों को जलपाईगुड़ी कोर्ट भेज दिया और घटना की जांच शुरू कर दी है. वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक सांप को बिक्री के लिए बिहार से लाया गया था. चूंकि वन विभाग के पास अग्रिम सूचना थी, इसलिए वन विभाग की सक्रियता से बिक्री कार्यक्रम विफल हो गया. गिरफ्तार व्यक्तियों से पूछताछ के बाद वन विभाग को पता चला कि अनवर मियां सांप को बिहार से सिलीगुड़ी लाया था.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई जा रही है. जिसमें से अरिंदम से बीस हजार रुपये एडवांस मांगे गए. इसी तरह गिरफ्तार आरोपी शास्त्रीनगर इलाके में डेरा डाले हुए है. बाकी पैसों का लेन-देन वहीं पर होना था. हालांकि वन विभाग इस बात की भी जांच कर रहा है कि उस घेरे में अंतरराष्ट्रीय तस्करी का गिरोह तो नहीं है. गिरफ्तार किए गए लोग पाशांग लामा से डील करने के लिए शास्त्रीनगर इलाके में डेरा डाले हुए थे.