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महिलाओं में कैंसर समेत कई रोगों के खतरे को बढ़ाता है धूम्रपान, विशेषज्ञों से जानें समाधान - Smoking increases risk of many diseases

महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन धूम्रपान करने वाली महिलाओं में खतरा अधिक होता है. इसके अलावा गर्भधारण की अवस्था में धूम्रपान काफी घातक साबित होता है. इस दौरान महिलाओं में हार्टअटैक और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.

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Published : Jun 14, 2023, 5:37 PM IST

महिलाओं में कैंसर समेत कई रोगों के खतरे को बढ़ाता है धूम्रपान. देखें खबर

लखनऊ : धूम्रपान के कारण महिलाओं में कई जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं. केजीएमयू लारी के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान के मुताबिक महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन ऐसी महिलाएं जो धूम्रपान करती हैं, उनमें हार्टअटैक और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसमें सबसे खतरनाक यूट्रस कैंसर, वैजाइना कैंसर और लंग्स कैंसर का खतरा भी शामिल है. महिलाओं में हार्ट अटैक आने की संभावना भी बेहद कम होती है, क्योंकि 40 से 45 वर्ष तक महिलाओं को माहवारी आती है. इस दौरान महिलाओं का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक होता है, लेकिन जब माहवारी बंद होती है, उसके बाद हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है. ऐसी महिलाएं जो वेस्टर्न कल्चर को अपना रही हैं, यह उनके लिए घातक साबित हो सकता है.

धूम्रपान से महिलाओं में होने वाली बीमारियां.
धूम्रपान से महिलाओं में होने वाली बीमारियां.


पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक कम आने का कारण

लारी के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक कम आता है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक शारीरिक श्रम करती हैं. इसलिए उन्हें जल्द ही इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है. इसका मुख्य कारण यह भी है कि मासिक धर्म के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन का स्राव होता है. यह हार्मोन कम कोलेस्ट्रॉल को धमनियों में जमा होने देता है. मेनोपॉज के बाद यह हार्मोन बनना बंद हो जाता है. इसलिए पुरुषों की तुलना में महिलाओं को एक दशक बाद दिल की बीमारी हो जाती है. वर्तमान में युवा भी हृदय रोग की चपेट में आ रहे हैं. भारत में यह समस्या पिछले डेढ़ दशक में बढ़ी है और इसका मुख्य कारण शहरीकरण है.

धूम्रपान से महिलाओं में खतरे.
धूम्रपान से महिलाओं में खतरे.


डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि जिस तरह से वेस्टर्न कल्चर को अपनाते हुए महिलाएं स्मोकिंग कर रहे हैं. यह उनके लिए काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. वैसे तो महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन ऐसी महिलाएं जो स्मोकिंग करती हैं. उनमें हार्ट अटैक से कैंसर जैसी अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है. जिसमें यूटरस कैंसर वजाइना कैंसर और लंग्स कैंसर शामिल है. डॉ. प्रधान के मुताबिक महिलाओं में सबसे खतरनाक कैंसर यूटरस कैंसर होता है. अगर किसी महिला को यूटरस कैंसर है तो उसे भविष्य में कई दिक्कतें हो सकती है और यूटरस कैंसर होने का प्रमुख कारण स्मोकिंग करना है. इसके अलावा भी कई कारक हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण स्मोकिंग का खतरनाक प्रभाव होता है. उन्होंने कहा कि तंबाकू में मौजूद निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड न केवल आपके लंग्स को बल्कि आपके पूरे शरीर को प्रभावित करती हैं. साथ ही धूम्रपान करने की आदत का प्रभाव शरीर पर लंबे समय तक बना रहता है. ऐसे में कुछ समस्याएं जल्दी नजर आती है, तो कुछ काफी समय के बाद.

वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान की राय.
वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान की राय.



हार्ट अटैक आने के संकेत
डॉ. प्रधान ने बताया कि हार्ट अटैक आने पर बाएं हाथ या पीठ में दर्द होता है. आमतौर पर छाती के बीच में दर्द होना हार्ट अटैक का लक्षण होता है, लेकिन ज्यादा ठंड होने पर, ज्यादा मेहनत करने से, खाने के दौरान या ज्यादा स्ट्रेस लेने से हाथ और पीठ में भी दर्द होने लगता है. कभी-कभी दर्द गर्दन और दाहिने हाथ की तरफ भी होता है. इसलिए इन लक्षणों की तुरंत जांच करवाएं.




स्मोकिंग करने से महिलाओं में होने वाली बीमारियां

डॉ. सीमा ने बताया कि सबसे अहम बात हो जाती है कि धूम्रपान के दौरान धुंआ शरीर में जाता है. वह बॉडी ऑर्गन को प्रभावित करता है इसके अलावा महिलाओं में यूट्रस कैंसर, वजाइना कैंसर जैसी बीमारियों को भी बढ़ाता है. हालांकि यह बीमारी अन्य कारकों के वजह से भी होता है लेकिन धूम्रपान भी एक बड़ा कारक है. उन्होंने बताया कि ऐसी महिलाएं जो धूम्रपान करती हैं. वह तमाम बीमारियों से ग्रसित होती हैं और जब कंसीव करने का समय आता है. उस समय समस्याएं पैदा होती है कई बार ऐसा होता है कि धूम्रपान के कारण बच्चे पर मानसिक व शारीरिक तौर पर भी प्रभाव पड़ता है क्योंकि गर्भ में पल रहे शिशु अपनी मां के जरिए ही भरण-पोषण करता है ऐसे में बच्चे पर अनेकों खतरा मंडराने लगता है.



यह भी पढ़ें : सीएम योगी आज राम नगरी में करेंगे रात्रि प्रवास, कल रामलला के दरबार में लगाएंगे हाजिरी

महिलाओं में कैंसर समेत कई रोगों के खतरे को बढ़ाता है धूम्रपान. देखें खबर

लखनऊ : धूम्रपान के कारण महिलाओं में कई जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं. केजीएमयू लारी के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान के मुताबिक महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन ऐसी महिलाएं जो धूम्रपान करती हैं, उनमें हार्टअटैक और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसमें सबसे खतरनाक यूट्रस कैंसर, वैजाइना कैंसर और लंग्स कैंसर का खतरा भी शामिल है. महिलाओं में हार्ट अटैक आने की संभावना भी बेहद कम होती है, क्योंकि 40 से 45 वर्ष तक महिलाओं को माहवारी आती है. इस दौरान महिलाओं का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक होता है, लेकिन जब माहवारी बंद होती है, उसके बाद हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है. ऐसी महिलाएं जो वेस्टर्न कल्चर को अपना रही हैं, यह उनके लिए घातक साबित हो सकता है.

धूम्रपान से महिलाओं में होने वाली बीमारियां.
धूम्रपान से महिलाओं में होने वाली बीमारियां.


पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक कम आने का कारण

लारी के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक कम आता है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक शारीरिक श्रम करती हैं. इसलिए उन्हें जल्द ही इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है. इसका मुख्य कारण यह भी है कि मासिक धर्म के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन का स्राव होता है. यह हार्मोन कम कोलेस्ट्रॉल को धमनियों में जमा होने देता है. मेनोपॉज के बाद यह हार्मोन बनना बंद हो जाता है. इसलिए पुरुषों की तुलना में महिलाओं को एक दशक बाद दिल की बीमारी हो जाती है. वर्तमान में युवा भी हृदय रोग की चपेट में आ रहे हैं. भारत में यह समस्या पिछले डेढ़ दशक में बढ़ी है और इसका मुख्य कारण शहरीकरण है.

धूम्रपान से महिलाओं में खतरे.
धूम्रपान से महिलाओं में खतरे.


डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि जिस तरह से वेस्टर्न कल्चर को अपनाते हुए महिलाएं स्मोकिंग कर रहे हैं. यह उनके लिए काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. वैसे तो महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन ऐसी महिलाएं जो स्मोकिंग करती हैं. उनमें हार्ट अटैक से कैंसर जैसी अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है. जिसमें यूटरस कैंसर वजाइना कैंसर और लंग्स कैंसर शामिल है. डॉ. प्रधान के मुताबिक महिलाओं में सबसे खतरनाक कैंसर यूटरस कैंसर होता है. अगर किसी महिला को यूटरस कैंसर है तो उसे भविष्य में कई दिक्कतें हो सकती है और यूटरस कैंसर होने का प्रमुख कारण स्मोकिंग करना है. इसके अलावा भी कई कारक हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण स्मोकिंग का खतरनाक प्रभाव होता है. उन्होंने कहा कि तंबाकू में मौजूद निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड न केवल आपके लंग्स को बल्कि आपके पूरे शरीर को प्रभावित करती हैं. साथ ही धूम्रपान करने की आदत का प्रभाव शरीर पर लंबे समय तक बना रहता है. ऐसे में कुछ समस्याएं जल्दी नजर आती है, तो कुछ काफी समय के बाद.

वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान की राय.
वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान की राय.



हार्ट अटैक आने के संकेत
डॉ. प्रधान ने बताया कि हार्ट अटैक आने पर बाएं हाथ या पीठ में दर्द होता है. आमतौर पर छाती के बीच में दर्द होना हार्ट अटैक का लक्षण होता है, लेकिन ज्यादा ठंड होने पर, ज्यादा मेहनत करने से, खाने के दौरान या ज्यादा स्ट्रेस लेने से हाथ और पीठ में भी दर्द होने लगता है. कभी-कभी दर्द गर्दन और दाहिने हाथ की तरफ भी होता है. इसलिए इन लक्षणों की तुरंत जांच करवाएं.




स्मोकिंग करने से महिलाओं में होने वाली बीमारियां

डॉ. सीमा ने बताया कि सबसे अहम बात हो जाती है कि धूम्रपान के दौरान धुंआ शरीर में जाता है. वह बॉडी ऑर्गन को प्रभावित करता है इसके अलावा महिलाओं में यूट्रस कैंसर, वजाइना कैंसर जैसी बीमारियों को भी बढ़ाता है. हालांकि यह बीमारी अन्य कारकों के वजह से भी होता है लेकिन धूम्रपान भी एक बड़ा कारक है. उन्होंने बताया कि ऐसी महिलाएं जो धूम्रपान करती हैं. वह तमाम बीमारियों से ग्रसित होती हैं और जब कंसीव करने का समय आता है. उस समय समस्याएं पैदा होती है कई बार ऐसा होता है कि धूम्रपान के कारण बच्चे पर मानसिक व शारीरिक तौर पर भी प्रभाव पड़ता है क्योंकि गर्भ में पल रहे शिशु अपनी मां के जरिए ही भरण-पोषण करता है ऐसे में बच्चे पर अनेकों खतरा मंडराने लगता है.



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