हमीरपुर: समग्र शिक्षा अभियान के तहत संपर्क फाउंडेशन की पहल से हमीरपुर जिले के 147 मिडिल स्कूलों में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. जिसके तहत 6 से 8 क्लास तक के बच्चों को स्मार्ट तरीके से पढ़ाया जाएगा. इन बच्चों को अब स्कूल में स्मार्ट संपर्क टीवी और एनीमेटेड टीचरों की मदद से पढ़ाया जाएगा. प्राइमरी स्कूलों में तो पहले से ही पांचवी कक्षा तक हर विषय को संपर्क टीवी से पढ़ाया जा रहा है. जबकि मिडिल स्कूलों में अब साइंस विषय से इसकी शुरुआत की गई है. गणित विषय का सिलेबस भी तैयार किया जा रहा है. जल्द ही लगभग सभी विषयों को स्मार्ट संपर्क टीवी के जरिए पढ़ाया जाएगा.
147 मिडिल स्कूलों में स्मार्ट क्लास: हमीरपुर जिला में प्राइमरी विंग के 470 स्कूलों में यह पैटर्न शुरू किया जा चुका है. जबकि अब कुछ ही दिन पहले 147 मिडिल स्कूलों में भी इस पहल को शुरू किया है. स्मार्ट संपर्क टीवी में हर विषय का चैप्टर वाइज सिलेबस तैयार किया गया है. इस सिलेबस में हर चैप्टर को आधे घंटे का तैयार किया गया है. ताकि एनिमेटेड टीचर और कार्टून के जरिए बच्चे अधिक आसानी से समझ सके. उदाहरण के साथ वीडियो के जरिए बच्चों को आसान तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है. 6 से 8 कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए फिलहाल साइंस विषय शुरू किया गया है. जबकि मैथ विषय जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा.
एकल शिक्षक वाले विद्यालयों में बेहतर विकल्प: हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. हमीरपुर जिला में ही सैकड़ो प्राइमरी और मिडिल स्कूल ऐसे हैं, जिनमें सिर्फ एक शिक्षक तैनात है. ऐसे स्कूलों में स्मार्ट संपर्क टीवी बेहतर विकल्प बनकर उभरा है. इन स्कूलों में बच्चों को पढ़ने में टीचर को बहुत मदद मिल रही है. साथ ही विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं हो रही है.
तीन जिला में पायलट प्रोजेक्ट शुरू: हिमाचल प्रदेश के शिमला, सोलन और हमीरपुर जिले में यह पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. जिसमें प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में बच्चों को अत्याधुनिक तकनीक से पढ़ाया जा रहा है. प्राइमरी स्कूलों में पहली से पांचवी कक्षा का हर विषय पढ़ाई जा रहा है. इस अभियान के तहत 6 से 8 कक्षा तक के हर विषय को भविष्य में स्मार्ट टीवी के जरिए ही पढ़ाया जाएगा.
बच्चों को भा रहा स्कूल में स्मार्ट क्लास: छात्रा शिवांशी ठाकुर का कहना है कि संपर्क दीदी से पढ़ कर उन्हें काफी अच्छा लगता है. स्कूल में जब से टीवी लगा है, उन्हें पढ़ने में और अधिक मजा आ रहा है. छात्र अक्षित का कहना है कि टीवी के जरिये उन्हें पढ़ाई अधिक याद होता है. जब वह किताब से पढ़ते हैं तो इतना याद नहीं हो पाता है.
कम शिक्षक वाले स्कूलों के लिए फायदेमंद: राजकीय उच्च विद्यालय नेरी में कार्यरत शिक्षिका प्रोमिला देवी का कहना है कि बच्चे स्मार्ट संपर्क टीवी के माध्यम से अधिक बेहतर समझते हैं. जब वह अकेले स्कूल में होती हैं तो, स्मार्ट संपर्क टीवी के जरिए विद्यार्थियों की क्लास लगा देती हैं. स्कूल में तीन कक्षाएं हैं, ऐसे में स्मार्ट संपर्क टीवी के जरिए पढ़ाई और अधिक आसान हो गई है.
संपर्क टीवी के जरिए बच्चों की क्लास: संपर्क फाउंडेशन के जिला समन्वयक अनूप कौशल का कहना है कि कुछ ही दिन पहले ही हमीरपुर जिला के 147 मिडिल स्कूलों में साइंस विषय की पढ़ाई संपर्क टीवी के जरिए शुरू की गई है. जबकि अन्य विषयों का सिलेबस भी संपर्क टीवी के डिवाइस में डाला जाएगा.
ये भी पढ़ें: IIT Mandi Controversy: आईआईटी मंडी में बढ़ा विवाद, निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा के इस्तीफे और सार्वजानिक माफी की मांग