धनबाद: जिले में 6 ठेका मजदूरों की मौत के मामले में कॉन्ट्रैक्ट एजेंसी की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. रेलवे डीआरएम के अनुसार बिना परमिशन के ही बड़े मास्ट लगाने का कार्य किया जा रहा था. इस कार्य के दौरान पावर ब्लॉक भी नहीं लिया गया था, जिस कारण यह घटना घटी है. हादसे की इंक्वायरी की जाएगी और रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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गौरतलब हो कि धनबाद रेल मंडल के गोमो-धनबाद रेलखंड पर तेतुलमारी और निचीतपुर हॉल्ट के बीच झारखोर फाटक के पास डाउन लाइन में एक बड़े हादसे में रेलवे के 6 ठेका मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब मजदूर पोल (मास्ट) को गड्ढे में डालकर ऊपर खड़ा कर रहे थे. इस दौरान ओवरहेड की 25000 वोल्ट की तार के संपर्क में पोल आ गई, जिसके कारण पोल को पकड़े सभी 6 मजदूर मौके पर ही जलकर खाक हो गए. सूचना मिलने के बाद डीआरएम कमल किशोरा सिन्हा समेत आरपीएफ और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस के द्वारा शव को उठवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. हादसे में मारे गए सभी मजदूर लातेहार, पलामू और इलाहाबाद के थे.
डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने दी घटना की जानकारी: मामले की जानकारी देते हुए डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने बताया कि बड़े मास्ट (पोल) खड़ा कर उसे गड्ढे में स्थापित किया जा रहा था. इस दौरान यह हादसा हुआ है. उन्होंने बताया कि बड़े मास्ट लगाने की परमिशन नहीं दी गई थी. छोटे मास्ट लगाने की परमिशन रेलवे के द्वारा दी गई थी. लेकिन छोटे मास्ट की जगह बड़े मास्ट लगाने का कार्य किया जा रहा था. इसके साथ ही बड़े मास्ट लगाने की प्रक्रिया के दौरान पावर ब्लॉक नहीं लिया गया था, जबकि बड़े मास्ट लगाने के दौरान पावर ब्लॉक अनिवार्य है, जिस कारण यह हादसा हुआ है. उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक के ऊपर लाइव वायर होते हैं, जिसमें 25000 वोल्ट का करंट हमेशा रन करता रहता है. रेलवे लाइन के ठीक किनारे एंटी क्लिप वायर के लिए मास्ट लगाने की प्रक्रिया चल रही थी. यह मास्ट जो मजदूर पकड़े हुए थे, वह सीधे 25000 वोल्ट के लाइव वायर के संपर्क में आ गए, जिस कारण हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है.
दोषियों के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई: डीआरएम ने कहा कि रेलवे की कॉन्ट्रैक्ट एजेंसी आरबीएनएल यानी ट्रेन विकास निगम लिमिटेड के द्वारा यह कार्य कराया जाता है. उन्होंने कहा कि साइट सुपरवाइजर की लापरवाही के कारण इतना बड़ा हादसा हुआ है. उन्होंने कहा कि हादसे की इंक्वायरी की जाएगी, जिसमें पुलिस, आरपीएफ, रेलवे डिपार्टमेंट और आईजी शामिल हैं. इन चारों की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं मौके पर पहुंची बाघमारा एसडीपीओ निशा मुर्मू ने बताया कि मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. इसके साथ ही प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मृतकों में पलामू और लातेहार के मजदूर: हादसे में पलामू के रहने वाले गोविंद सिंह, श्यामदेव सिंह, लातेहार के संजय भुइयां और यूपी इलाहाबाद के सूरज मिस्त्री के नाम मृतकों में शामिल हैं. शेष अन्य दो मजदूरों की पहचान अबतक नहीं हो सकी है. मजदूरों ने बताया कि कार्य के दौरान उन्हें किसी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाती है. जूता, टोपी और सुरक्षा जैकेट भी उन्हें नहीं दिया जाता है. मजदूरों ने लापरवाही से काम लेने का आरोप कंपनी पर लगाया है. वहीं मौके पर पहुंचे सीओ ने कहा कि लापरवाही के कारण यह मौतें हुई हैं. बिजली की सप्लाई बंद करनी चाहिए थी, जो नहीं की गई थी. पूरे मामले की रिपोर्ट जिले के डीसी को सौंपी जाएगी.