रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले के बेस्ट बोकारो एरिया में गुरुवार आधी रात को जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे तक धड़-धड़ की तेज आवाज आने लगी, लोगों की नींद खुली तो देखा कि दीवारें दरक रही हैं. लोग घबरा गए, बच्चों और बुजुर्गों को जगाया और घर से बाहर निकल आए. लोगों के आंखों के सामने उनके आसियाने दरक रहे थे.
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घर से बाहर निकलने के बाद लोगों ने फायर ब्रिगेड की टीम को फोन किया. तीन बजे रात में फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची कुछ देर में धड़-धड़ की आवाज अपने आप बंद हो गई. लोगों ने राहत की सांसें लीं लेकिन डर के मारे घर के अंदर नहीं गए. रात भर इस कड़ाके की ठंड में बच्चों बुजुर्गों के साथ लोग घर बाहर ही बैठे रहे.
दरअसल, रामगढ़ जिले के वेस्ट बोकारो (घाटो) में रात जोरदार आवाज के साथ कई घरों की दीवारों और फर्श में अचानक दो-दो फीट चौड़ी दरारें आ गईं, दीवार फटने से घर से बाहर का नजारा दिखने लगा जिसके बाद घर में रह रहे लोगों में दहशत का माहौल हो गया. किसी तरह घर के सभी सदस्य कड़ाके की हाड़ घर से बाहर निकले. हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इसका कारण क्या है. भू धसान वाला इलाका टाटा स्टील वेस्ट बोकारो घाटो के कोल खनन एरिया से करीब एक किलोमीटर दूर है.
भुक्तभोगीयो ने बताया कि घर में अचानक जोरदार आवाज के साथ जमीन फटने लगी और दीवारों में मोटी-मोटी दरारें पड़ गईं. महज कुछ घंटे में ही दरारों से घर की दीवारें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. इधर, जमीन फटने की आवाज सुनकर गहरी नींद में सोए परिवार के सदस्य घबरा गए और घर छोड़ कर भागने लगे. पूरे मामले की जानकारी वेस्ट बोकारो प्रबंधन को दी गई बावजूद इसके प्रबंधन ने समय रहते कोई मदद नहीं की लेकिन बाद में मदद करने का आश्वासन दिया है.
वेस्ट बोकारो टाटा स्टील प्रबंधन ने कैमरे के सामने तो कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. उन्होंने आधिकारिक रूप से ई-मेल करते हुए अपना पक्ष रखा है. उन्होंने लिखा है कि टाटा स्टील वेस्ट बोकारो खनन कार्यों से दूर और सेटलमेंट क्षेत्र के पास भूमि और कुछ घरों में दरार पड़ने की घटना की सूचना मिली. कंपनी इस मामले में जांच कर रही है और इस घटना की सूचना संबंधित अधिकारियों को दे दी है. वेस्ट बोकारो में रात घटी जमीन फटने वाली घटना स्थल की खुली खदान से दूरी लगभग एक किलोमीटर बताया जा रहा है. घटना के कारण का तो उच्चस्तरीय जांच के बाद ही पता चल पायेगा.