जम्मू : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (PDP president Mehbooba Mufti) ने गुरुवार को कहा कि जिस तरह पाकिस्तान में सत्तारूढ़ पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है, उसी तरह यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं को जेल में डालने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. यहां पार्टी मुख्यालय में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि वह अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को रद्द करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद लोगों को हो रही परेशानियों से चिंतित हैं.
मुफ्ती ने पाकिस्तान में सत्तारुढ़ दल की पीटीआई प्रमुख की भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी की योजना को लेकर हालिया घटनाक्रम से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा, 'पाकिस्तान में कुछ भी नया नहीं हो रहा है.. यह यहां (भारत) भी हो रहा है.' उन्होंने कहा, 'भारत में भी स्थिति अलग नहीं है. यहां, वर्तमान मंत्री मनीष सिसोदिया (आप), के कविता (तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी) और पूर्व मंत्री लालू प्रसाद (राजद अध्यक्ष) भी जेल में बंद हैं और शिवसेना नेता और अन्य को निशाना बनाया जा रहा है.'
वहीं, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक शिव मंदिर की अपनी हालिया यात्रा और वहां एक अनुष्ठान का बचाव करते हुए कहा, 'हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां गंगा-जमुनी तहज़ीब बसती है और इस पर चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है. गौरतलब है कि मंगलवार को पुंछ के मंडी-अजोटे में नवग्रह मंदिर के अंदर पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा शिवलिंग पर जल चढ़ाने का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसकी कुछ लोगों ने आलोचना की थी.
उन्होंने कहा, हम एक धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं जहां गंगा-जमुनी तहज़ीब बसती है. मंदिर का निर्माण यशपाल शर्मा (पीडीपी के पूर्व नेता जिनका पिछले साल निधन हो गया) ने करवाया था और उनके बेटे चाहते हैं कि मैं उस मंदिर का दौरा करूं. मैं अंदर गई और किसी ने मुझे बहुत विश्वास और प्यार के साथ जल से भरा एक छोटा बर्तन दिया. महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों से कहा, 'मैं (शिवलिंग पर) जल चढ़ाने से इनकार करके उनका दिल नहीं तोड़ना चाहती. इसलिए मैंने उनके सम्मान में यह किया.'
साथ ही महबूबा ने केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न नौकरी परीक्षाओं के लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) आयोजित करने से काली सूची में डाली गई एक फर्म को बर्खास्त करने की अपनी मांग दोहराई. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार जबतक एपीटीईसीएच को बर्खास्त नहीं करती है तबतक समस्याओं का समाधान नहीं होगा, इसके लिए परीक्षाओं को टालने का कोई फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि एपीटीईसीएच फर्म को काम पर रखने वाले कर्मचारियों को भी बर्खास्त किया जाना चाहिए और परीक्षा आयोजित करने का ठेका एक पारदर्शी एजेंसी को दिया जाना चाहिए.
महबूबा ने कहा कि उपराज्यपाल प्रशासन द्वारा ब्लैक लिस्टेड फर्म को काम पर रखने के खिलाफ जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक दलों द्वारा जम्मू में हाल ही में किए गए संयुक्त विरोध पर लड़ाई आधी जीत गई थीं. उन्होंने कहा कि जामिया मस्जिद को बंद करना, शब-ए-बारात की नमाज की अनुमति नहीं देना मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है. वहीं पुलिस उप-निरीक्षकों की भर्ती सहित केंद्र शासित प्रदेश में कई नौकरी परीक्षाओं में धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं, जिसकी वजह से प्रशासन ने नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों की हताशा के लिए भर्तियों को रद्द कर दिया है.
एलजी प्रशासन द्वारा आतंकवाद के आरोप में कर्मचारियों को बर्खास्त करने पर पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, 'एलजी लोगों को नौकरियों से वंचित कर रहे हैं लेकिन नए लोगों की भर्ती नहीं कर रहे हैं. अशिक्षित युवा जब भर्ती में अनियमितता का विरोध करते हैं तो उनके साथ जबरदस्ती की जा रही है. लेफ्टिनेंट गवर्नर को कर्मचारियों की बर्खास्तगी के रिकॉर्ड के लिए जाना जाएगा.
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(इनपुट भाषा)