नई दिल्ली/गंगटोक : भारतीय सेना, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और पुलिस दल बुधवार को लगातार दूसरे दिन सिक्किम में जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर 15वें माइल के पास बचाव एवं तलाश अभियान चला रहे हैं, ताकि हिमस्खलन के बाद वहां फंसे पर्यटकों का पता लगाया जा सके. पूर्वी सिक्किम के नाथुला इलाके में मंगलवार को हुए भीषण हिमस्खलन में सात पर्यटकों की मौत हो गई थी, जबकि 13 अन्य घायल हो गए थे. हिमस्खलन से जवाहरलाल नेहरू मार्ग प्रभावित हो गया, जो राज्य की राजधानी गंगटोक को चीन की सीमा पर स्थित नाथुला से जोड़ता है. पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे हुए हिमस्खलन में करीब 30 लोगों के साथ पांच-छह वाहन बर्फ के नीचे फंस गए.
पूर्वी सिक्किम के जिलाधिकारी तुषार निखाने ने बताया, "15वें माइल के पास किसी पर्यटक के बर्फ में फंसे होने का पता लगाने के लिए हमने सुबह करीब आठ बजे से बचाव एवं तलाश अभियान शुरू किया." यह पूछे जाने पर कि कोई पर्यटक मृत या जीवित मिला है, उन्होंने कहा कि बचाव कार्य पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है और अभियान समाप्त होने के बाद विवरण साझा किया जाएगा. सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने मंगलवार रात एसटीएमएन का दौरा किया और घायल पर्यटकों से बात की. उन्होंने अस्पताल अधिकारियों को घायलों के लिए हरसंभव इलाज मुहैया कराने का आदेश भी दिया.
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अमित शाह ने सिक्किम हिमस्खलन में हुई मौतों पर शोक जताया
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सिक्किम में हिमस्खलन में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'सिक्किम में दुखद हिमस्खलन में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और एनडीआरएफ की टीमें जल्द ही प्रभावित क्षेत्र में पहुंचेंगी. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.' अधिकारियों ने कहा कि सिक्किम में गंगटोक को नाथुला से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर एक बड़ा हिमस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम सात पर्यटकों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए.
(भाषा-आईएएनएस)