चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा एअर इंडिया की उड़ानों को बम से उड़ाने की दी गई धमकी के बाद भारत सरकार सतर्क हो गई है. इसे लेकर भारत के ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) ने सोमवार को सख्त आदेश जारी किए हैं. जिसमें कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं.
यात्रियों को दोहरी सुरक्षा जांच से गुजरना होगा: ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि एअर इंडिया के यात्रियों को 30 नवंबर तक दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट और पंजाब के सभी हवाई अड्डों पर दोहरी सुरक्षा जांच से गुजरना होगा. जिससे यात्रियों का काफी समय बर्बाद होगा, लेकिन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने इस फैसले को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है.
TAEP पर लगाया गया प्रतिबंध: नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने कहा कि हवाई अड्डों, हवाई पट्टियों, हवाई क्षेत्रों, वायु सेना स्टेशनों, हेलीपैड, फ्लाइंग स्कूलों, विमानन प्रशिक्षण संस्थानों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही भारतीय एजेंसियां लगातार खतरे की जानकारी साझा कर रही हैं.
आपको बता दें कि ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि TAEP (टेम्परेरी एयरपोर्ट एंट्री पास) पर फिलहाल पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. ये आदेश इस महीने की 30 तारीख तक लागू रहेंगे. हवाई अड्डों पर जाने के लिए टिकट की आवश्यकता होती है, जिसे एयरपोर्ट की भाषा में टीएईपी पास कहा जाता है.
इंदिरा गांधी एयरपोर्ट बंद करने की धमकी: उल्लेखनीय है कि खालिस्तान समर्थक और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख पन्नू ने पिछले शनिवार को एक वीडियो जारी कर कहा था कि 19 नवंबर को एअर इंडिया के विमानों को वैश्विक स्तर पर निशाना बनाया जाएगा.
उन्हें उड़ने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. इसके अलावा पन्नू ने 19 नवंबर को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बंद करने की भी धमकी दी थी. पन्नू ने कहा कि 19 नवंबर वही दिन है जिस दिन क्रिकेट विश्व कप का फाइनल है.