नई दिल्ली/चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों की कथित विवादित टिप्पणियों को लेकर घमासान मचा हुआ है. विपक्ष तो हमलावर है ही, उनकी अपनी पार्टी में भी नाराजगी है.
मामले पर घिरता देख सिद्धू ने अपने दोनों सलाहकार मलविंदर सिंह माली और डॉ. प्यारे लाल गर्ग को पाकिस्तान, कश्मीर पर उनकी हालिया टिप्पणियों और सोशल मीडिया पर उनमें से एक द्वारा पोस्ट की गई दिवंगत पीएम इंदिरा गांधी के विवादास्पद स्केच पर चर्चा करने के लिए अपने पटियाला आवास पर बुलाया है.
दरअसल मलविंदर सिंह माली ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर विवादित कार्टून शेयर किया है, जिसपर हंगामा हो गया है. माली के इस पोस्ट से सिद्धू की परेशानी बढ़ सकती है. कांग्रेस में भी इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.
आत्ममंथन हो कि क्या ऐसे लोग कांग्रेस में होने चाहिए : तिवारी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों की कथित विवादित टिप्पणियों को लेकर सोमवार को पार्टी नेतृत्व से इस पर आत्ममंथन करने का आग्रह किया कि क्या ऐसे लोगों को पार्टी में होना चाहिए जो जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते और जिनका रुझान पाकिस्तान समर्थक है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी ने ट्वीट किया, 'मैं कांग्रेस महासचिव एवं पंजाब के प्रभारी हरीश रावत से आग्रह करता हूं कि इसको लेकर गंभीरता से आत्ममंथन करें कि जो जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते और जिनका स्पष्ट रूप से पाकिस्तान समर्थक रुझान है, क्या उन्हें कांग्रेस की पंजाब इकाई का हिस्सा होना चाहिए? यह उन सभी लोगों का मजाक है जिन्होंने भारत के लिए अपना खून बहाया है.'
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि 'मैं सिद्धू को सलाह देता हूं कि राजनीतिक रूप से उनसे दूरी बनाए रखें, उन्हें अपनी सीमा में रहने के लिए कहना चाहिए और उन चीजों पर टिप्पणी करना बंद कर देना चाहिए जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
भाजपा ने राहुल-सिद्धू से मांगा जवाब
शिरोमणि अकाली दल के दलजीत चीमा ने कहा कि जब देश पाक के खिलाफ था तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की ओर किसने हाथ बढ़ाया? पाक सेना प्रमुख को किसने गले लगाया? नवजोत सिंह सिद्धू जब वह ऐसे हैं, तो सलाहकारों की शिकायत क्यों?
ये है पूरा मामला
प्यारे लाल गर्ग ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा की गई पाकिस्तान की आलोचना पर सवाल उठाया था. दूसरी तरफ, माली ने संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के मुद्दे पर बात की थी, जिसके तहत तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर को एक विशेष दर्जा मिला हुआ था. उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था तो धारा 370 और 35ए हटाने की क्या जरूरत थी. अमरिंदर सिंह ने कश्मीर और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर 'बेतुकी' टिप्पणियां किये जाने के बाद रविवार को सिद्धू से कहा था कि वह अपने सलाहकारों को काबू में रखें. मुख्यमंत्री ने गर्ग के इस बयान को हास्यास्पद बताया कि उनके (सिंह) द्वारा पाकिस्तान की आलोचना पंजाब के हित में नहीं है, सिंह ने कहा कि सिद्धू के सलाहकार स्पष्ट रूप से जमीनी हकीकत से अनजान हैं.
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