बेंगलुरु: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पूर्व सीएम सिद्धारमैया (Siddaramaiah) के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. बोम्मई ने रविवार को बेंगलुरु में कहा, 'अब सिद्धारमैया ने लिंगायत समुदाय के बारे में बात की है जैसे राहुल गांधी ने मोदी समुदाय के बारे में बात की थी. लोग अगले कुछ दिनों में इसका जवाब देंगे.'
सीएम ने कहा कि 'सिद्धारमैया वरिष्ठ हैं. मुझे उनसे ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी. सिद्धारमैया ने लिंगायत समुदाय की आत्मा को झकझोर देने वाला बयान दिया है. लिंगायत समुदाय को 'भ्रष्ट' कहना गलत है. इससे सभी को ठेस पहुंची है. यह कांग्रेस की संस्कृति है, यह सिद्धारमैया की गरिमा के लायक नहीं है.'
सीएम ने कहा कि 'किसी भी समाज के सीएम और मंत्री अपनी क्षमता के अनुसार काम करेंगे. अगर कोई चूक हुई है तो वह व्यक्तिगत स्तर पर है. बयान सिद्धारमैया की गरिमा के लायक नहीं है.'
सिद्धारमैया ने कहा, बयान तोड़ मरोड़कर पेश कर रही भाजपा : वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट में लिंगायतों के बारे में अपने बयान के बारे में स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि 'मैंने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एक भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं, लेकिन मैंने यह नहीं कहा कि सभी लिंगायत भ्रष्ट हैं.'
शनिवार को मीडिया से बात करते हुए सिद्धारमैया ने बीजेपी के लिंगायत सीएम पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि 'राज्य में पहले से ही एक लिंगायत मुख्यमंत्री है. उन्होंने हर तरह का भ्रष्टाचार किया है और राज्य को बर्बाद कर दिया है.'
सिद्धारमैया के इस बयान से लिंगायत समुदाय में आक्रोश है. इस पर प्रदेश भाजपा ने ट्वीट के जरिए नाराजगी जताई है. इसके बाद इस विवाद पर सफाई देते हुए वीडियो शेयर कर सिद्धारमैया ने ट्वीट किया, 'बीजेपी ने मेरे बयान के वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है.'
सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया, 'भाजपा ने मेरे बयान के वीडियो को काट दिया है और जैसा वह चाहती है उसे एडिट किया है. वे यह दर्शाने की कोशिश कर रहे हैं कि सभी लिंगायत भ्रष्ट हैं. मुझे विश्वास है कि देश का लिंगायत समुदाय चुनावी लाभ पाने के लिए भाजपा की ऐसी साजिशों को नहीं सुनेगा. मैंने यह नहीं कहा कि सभी लिंगायत भ्रष्ट हैं. यह सब भाजपा का बनाया हुआ झूठ है.'
सिद्धारमैया ने कहा कि लिंगायत समुदाय ने कर्नाटक में वीरेंद्र पाटिल, निजलिंगप्पा, जेएच पटेला, बीडी जत्ती, एसआर कांथी जैसे कई ईमानदार मुख्यमंत्री दिए हैं. मुझे इन सभी नेताओं के लिए विशेष प्रेम और सम्मान है.
सिद्धारमैया ने कहा कि 'हमने वीरशैव लिंगायतों को अधिक टिकट दिए हैं क्योंकि हमारे मन में उनके लिए सम्मान है. पिछली बार 47 लिंगायत उम्मीदवारों को पार्टी ने टिकट दिया था. इस बार हमने उससे ज्यादा यानी करीब 52-53 विधानसभा क्षेत्रों में टिकट जारी किया है.