बेंगलुरु : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को याद किया. जिन्होंने 2017 में बाबासाहेब डॉ बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की प्रमुख परियोजना का उद्घाटन किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज डॉ बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (BASE), बेंगलुरु का दौरा करेंगे. बेस यूनिवर्सिटी के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे और साथ ही डॉ बीआर अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे.
केंद्र पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने यह बताने की कोशिश की कि केंद्र केवल कांग्रेस पार्टी की प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करता है. आज ट्वीट्स की एक श्रृंखला में सिद्धारमैया ने लिखा, "पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 2017 में हमारे प्रमुख प्रोजेक्ट बाबासाहेब डॉ बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स का उद्घाटन किया था. यह हमें एक विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय को कर्नाटक राज्य को समर्पित संतोषजनक स्मृति को याद करके हमें बहुत खुशी मिलती है.
उन्होंने कहा, "इस परियोजना की परिकल्पना बाबासाहेब डॉ बीआर अंबेडकर की 125 वीं जयंती मनाने के लिए की गई थी. बेस की स्थापना 2017 में बेंगलुरु विश्वविद्यालय की 43.45 एकड़ जमीन पर की गई थी. हमारी सरकार ने जमीन और बुनियादी ढांचे के लिए 350 करोड़ रुपये आवंटित किए थे. पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी ने BASE की आधारशिला रखी थी. हमारी सरकार ने केवल 6 महीने में भवन का निर्माण कार्य पूरा किया. उन्होंने कहा कि बीएससी (एच) अर्थशास्त्र की कक्षाएं जून 2017 में शुरू हुई थीं. उन्होंने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बेस के नए भवन का उद्घाटन करने के लिए तैयार हैं. मैं आपको इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं देता हूं."
इस बीच, प्रधान मंत्री कार्यालय ने रविवार को जानकारी दी कि पीएम मोदी डॉ बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (BASE) विश्वविद्यालय, बेंगलुरु के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे. आवासीय विश्वविद्यालय की स्थापना 2017 में स्वतंत्र भारत के विकास में डॉ बीआर अंबेडकर द्वारा किए गए अनुकरणीय योगदान और उनकी 125 वीं जयंती के अवसर पर उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि के रूप में की गई थी. बेस विश्वविद्यालय में कार्यक्रम के दौरान, प्रधान मंत्री कर्नाटक भर में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को बदलकर विकसित किए गए '150 प्रौद्योगिकी हब' राष्ट्र को भी समर्पित करेंगे.
4600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित इस पहल को कई उद्योग भागीदारों का समर्थन प्राप्त है. इसका उद्देश्य उद्योग 4.0 जनशक्ति की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक कुशल कार्यबल बनाना है. ये टेक्नोलॉजी हब अपने विभिन्न नवोन्मेषी पाठ्यक्रमों के माध्यम से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी में उच्च कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेंगे. आईटीआई स्नातकों के लिए रोजगार और उद्यमिता के अवसरों में सुधार करेंगे.
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एएनआई