श्रीनगर: राज्य अन्वेषण एजेंसी (एसआईए) ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में आतंकवाद के वित्तपोषण से जुड़े मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एसआईए के अधिकारियों ने श्रीनगर के परिमपुरा, जवाहर नगर, नाटीपुर, चनापुरा, बुलबुल बाग और कमरवारी इलाकों में छापेमारी की.
अधिकारियों ने बताया कि ये छापे आतंकवाद के वित्तपोषण से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में मारे गए. बता दें कि एसआईए जम्मू और कश्मीर पुलिस की एक विशेष जांच शाखा है. इसका गठन नवंबर 2021 में संघ में उग्रवाद से संबंधित मामलों की त्वरित और प्रभावी जांच और अभियोजन के लिए किया गया था. इसका नेतृत्व एक निदेशक करता है, जो जम्मू और कश्मीर पुलिस का डीजीपी होता है. इसमें अन्य सदस्यों के रूप में पुलिस अधिकारी शामिल होते हैं. एसआईए अपने गठन के बाद से आतंकवाद के मामलों की जांच कर रही है और विभिन्न मामलों में कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
बता दें कि अक्टूबर महीने में जम्मू कश्मीर राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने आतंकवाद के वित्तपोषण मामले में जांच के तहत शनिवार को घाटी के तीन जिलों में 14 जगहों पर छापेमारी की. एसआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि श्रीनगर, सोपोर, बारामूला और शोपियां में 14 मकानों और संदिग्धों के एक व्यावसायिक परिसर की तलाशी ली.
एनआईए अधिनियम (टाडा/पोटा) के तहत नामित विशेष न्यायाधीश, श्रीनगर की अदालत से प्राप्त एक तलाशी वारंट के अनुपालन में यह कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा, 'आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को और समर्थन ढांचे को पूरी तरह से नष्ट करने के उद्देश्य से आतंकी संगठनों के वित्तीय नेटवर्क को तोड़ने के लिए राज्य जांच एजेंसी ने शनिवार को घाटी में कई स्थानों पर तलाशी ली.'
प्रवक्ता ने कहा कि पता चला था कि आतंकवादी संगठनों से जुड़ाव रखने वालों का एक समूह पाकिस्तान स्थित आतंकी आकाओं के जरिए साजो-सामान समेत विभिन्न प्रकार के इंतजाम में जुटा है. उनका मकसद गुप्त रूप से भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ते हुए जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के समग्र उद्देश्य के साथ वित्तपोषण करना था.