ETV Bharat / bharat

राम मंदिर निर्माण के लिए 60 करोड़ लोगों को जोड़ेगा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र - construction of Ram temple

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर के लोगों को जोड़ा जाएगा. घर-घर पहुंचकर लोगों को राम मंदिर से जुड़ा साहित्य दिया जाएगा और उनसे सहयोग राशि ली जाएगी.

ram mandir
ram mandir
author img

By

Published : Dec 18, 2020, 5:09 PM IST

लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ के माध्यम से देश के 11 करोड़ परिवारों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इन परिवारों के प्रत्येक सदस्य यानी 55 से 60 करोड़ लोगों को राम मंदिर से जुड़ा साहित्य दिया जाएगा और उनसे सहयोग राशि ली जाएगी. इसके लिए एक लाख टोलियों का गठन किया गया है. यह टोलियां पांच लाख गांवों में घर-घर जाएंगी. यह बातें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने शुक्रवार को लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में कही.

लोगों को जोड़ेगा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र

चंपत राय ने बताया कि बहुत शीघ्र ही राम मंदिर के नींव का प्रारूप तैयार होकर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा. भारतवर्ष की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत कराने की योजना बनाई गई है.

उन्होंने कहा कि देश की आधी आबादी (करीब 60 करोड़) को श्री राम जन्मभूमि मंदिर की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा. पहले इसके लिए 11 करोड़ परिवारों तक जाने का लक्ष्य बनाया गया था, लेकिन कार्यकर्ताओं की रिपोर्ट है कि यह संख्या 12 करोड़ से भी ऊपर जा सकती है. देश के प्रत्येक कोने में कार्यकर्ता घर-घर जाकर संपर्क करेंगे. अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, अंडमान निकोबार, रणकच्छ, त्रिपुरा सभी कोनों पर कार्यकर्ता जाकर लोगों को श्रीराम मंदिर से जोड़ेंगे.

पांच लाख गांवों तक पहुंचेंगे कार्यकर्ता
चंपत राय ने कहा कि समाज को राम जन्मभूमि के बारे में पढ़ने के लिए साहित्य दिया जाएगा. देश में समाज की इच्छा है कि भगवान की जन्मभूमि पर मंदिर बने. जिस प्रकार जन्मभूमि को प्राप्त करने के लिए लाखों भक्तों ने कष्ट सहे, सतत सक्रिय रहे, सहयोग किया. उसी प्रकार करोड़ों लोगों के स्वैच्छिक सहयोग से मंदिर बने. स्वाभाविक है जब लाखों कार्यकर्ता गांव और मोहल्लों में जाएंगे तो समाज स्वेच्छा से कुछ न कुछ निधि का समर्पण करेगा. उन्होंने कहा कि देश के करीब पांच लाख गांवों तक कार्यकर्ता पहुंचेंगे.

संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक चलेगा अभियान
चंपत राय ने कहा कि भगवान के कार्य में बाधा नहीं हो सकती. समाज का समर्पण कार्यकर्ता स्वीकार करेंगे. आर्थिक विषय में पारदर्शिता बहुत आवश्यक है, इसलिए हमने 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन और रसीदें छपाई हैं. समाज जितना पैसा देगा उसी के अनुरूप कार्यकर्ता कूपन या रसीद देंगे. इस अभियान के तहत करोड़ों घरों में भगवान राम के मंदिर का चित्र पहुंचेगा. जनसंपर्क का यह कार्य मकर संक्रांति से प्रारंभ किया जाएगा और माघ पूर्णिमा तक चलेगा.

पढ़ें :- छत्तीसगढ़ के सीएम ने मांगा राम मंदिर के चंदे का हिसाब, भाजपा बोली-आप कौन?

80 करोड़ से अधिक धनराशि बैंक खाते में आई
उन्होंने कहा कि फरवरी से कुछ न कुछ धनराशि हर दिन ट्रस्ट के खाते में लगातार आ रही है. अब तक करीब 80 करोड़ से ऊपर धनराशि ट्रस्ट के खाते में आ चुकी है. इस अभियान में तीन से चार लाख कार्यकर्ता लगाए जाएंगे और एक लाख टोलियां बनाई जाएंगी. एक टोली में दो से तीन लोगों को शामिल किया गया है. यह टोलियां मकर संक्रांति 14 जनवरी से माघ पूर्णिमा 27 फरवरी तक देशभर में भ्रमण करेंगी. इस अभियान में किसी भी कार्यकर्ता को कोई भी धनराशि नहीं दी जाएगी.

100 रुपये के आठ करोड़ कूपन छपे
चंपत राय ने बताया कि आर्थिक विषय होने के नाते विश्वसनीय लोगों को ही इस अभियान में शामिल किया जाएगा. कोई भी कार्यकर्ता धनराशि अपने पास 48 घंटे से अधिक नहीं रखेगा. कार्यकर्ताओं को स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की नजदीकी शाखाओं में धनराशि जमा करने को कहा गया है. देशभर में इन तीनों बैंकों की करीब 46 हजार शाखाएं हैं, प्रत्येक जिले में इंडिपेंडेंट ऑडिट होगा. कार्यकर्ता जितने घरों में जाएंगे, उतने ही कूपन छापे गए हैं.

उन्होंने कहा कि 100 रुपये के आठ करोड़ से अधिक कूपन छापे गए हैं. 10 रुपये के चार करोड़ कूपन, एक हजार रुपये के 15 लाख कूपन छापे गए हैं. वहीं 15 लाख रसीदें भी छापी गई हैं.

लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ के माध्यम से देश के 11 करोड़ परिवारों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इन परिवारों के प्रत्येक सदस्य यानी 55 से 60 करोड़ लोगों को राम मंदिर से जुड़ा साहित्य दिया जाएगा और उनसे सहयोग राशि ली जाएगी. इसके लिए एक लाख टोलियों का गठन किया गया है. यह टोलियां पांच लाख गांवों में घर-घर जाएंगी. यह बातें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने शुक्रवार को लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में कही.

लोगों को जोड़ेगा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र

चंपत राय ने बताया कि बहुत शीघ्र ही राम मंदिर के नींव का प्रारूप तैयार होकर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा. भारतवर्ष की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत कराने की योजना बनाई गई है.

उन्होंने कहा कि देश की आधी आबादी (करीब 60 करोड़) को श्री राम जन्मभूमि मंदिर की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा. पहले इसके लिए 11 करोड़ परिवारों तक जाने का लक्ष्य बनाया गया था, लेकिन कार्यकर्ताओं की रिपोर्ट है कि यह संख्या 12 करोड़ से भी ऊपर जा सकती है. देश के प्रत्येक कोने में कार्यकर्ता घर-घर जाकर संपर्क करेंगे. अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, अंडमान निकोबार, रणकच्छ, त्रिपुरा सभी कोनों पर कार्यकर्ता जाकर लोगों को श्रीराम मंदिर से जोड़ेंगे.

पांच लाख गांवों तक पहुंचेंगे कार्यकर्ता
चंपत राय ने कहा कि समाज को राम जन्मभूमि के बारे में पढ़ने के लिए साहित्य दिया जाएगा. देश में समाज की इच्छा है कि भगवान की जन्मभूमि पर मंदिर बने. जिस प्रकार जन्मभूमि को प्राप्त करने के लिए लाखों भक्तों ने कष्ट सहे, सतत सक्रिय रहे, सहयोग किया. उसी प्रकार करोड़ों लोगों के स्वैच्छिक सहयोग से मंदिर बने. स्वाभाविक है जब लाखों कार्यकर्ता गांव और मोहल्लों में जाएंगे तो समाज स्वेच्छा से कुछ न कुछ निधि का समर्पण करेगा. उन्होंने कहा कि देश के करीब पांच लाख गांवों तक कार्यकर्ता पहुंचेंगे.

संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक चलेगा अभियान
चंपत राय ने कहा कि भगवान के कार्य में बाधा नहीं हो सकती. समाज का समर्पण कार्यकर्ता स्वीकार करेंगे. आर्थिक विषय में पारदर्शिता बहुत आवश्यक है, इसलिए हमने 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन और रसीदें छपाई हैं. समाज जितना पैसा देगा उसी के अनुरूप कार्यकर्ता कूपन या रसीद देंगे. इस अभियान के तहत करोड़ों घरों में भगवान राम के मंदिर का चित्र पहुंचेगा. जनसंपर्क का यह कार्य मकर संक्रांति से प्रारंभ किया जाएगा और माघ पूर्णिमा तक चलेगा.

पढ़ें :- छत्तीसगढ़ के सीएम ने मांगा राम मंदिर के चंदे का हिसाब, भाजपा बोली-आप कौन?

80 करोड़ से अधिक धनराशि बैंक खाते में आई
उन्होंने कहा कि फरवरी से कुछ न कुछ धनराशि हर दिन ट्रस्ट के खाते में लगातार आ रही है. अब तक करीब 80 करोड़ से ऊपर धनराशि ट्रस्ट के खाते में आ चुकी है. इस अभियान में तीन से चार लाख कार्यकर्ता लगाए जाएंगे और एक लाख टोलियां बनाई जाएंगी. एक टोली में दो से तीन लोगों को शामिल किया गया है. यह टोलियां मकर संक्रांति 14 जनवरी से माघ पूर्णिमा 27 फरवरी तक देशभर में भ्रमण करेंगी. इस अभियान में किसी भी कार्यकर्ता को कोई भी धनराशि नहीं दी जाएगी.

100 रुपये के आठ करोड़ कूपन छपे
चंपत राय ने बताया कि आर्थिक विषय होने के नाते विश्वसनीय लोगों को ही इस अभियान में शामिल किया जाएगा. कोई भी कार्यकर्ता धनराशि अपने पास 48 घंटे से अधिक नहीं रखेगा. कार्यकर्ताओं को स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की नजदीकी शाखाओं में धनराशि जमा करने को कहा गया है. देशभर में इन तीनों बैंकों की करीब 46 हजार शाखाएं हैं, प्रत्येक जिले में इंडिपेंडेंट ऑडिट होगा. कार्यकर्ता जितने घरों में जाएंगे, उतने ही कूपन छापे गए हैं.

उन्होंने कहा कि 100 रुपये के आठ करोड़ से अधिक कूपन छापे गए हैं. 10 रुपये के चार करोड़ कूपन, एक हजार रुपये के 15 लाख कूपन छापे गए हैं. वहीं 15 लाख रसीदें भी छापी गई हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.