नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की एक टीम मंगलवार को दूसरी बार आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर के अवशेष बरामद करने के लिए महरौली वन क्षेत्र ले गई. आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी थी और शव को 35 टुकड़ों में काट दिया था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्हें वन क्षेत्र में कुछ हड्डियां मिली हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है. आरोपी को इसके पहले सोमवार को इलाके में ले जाया गया था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने रविवार को श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब द्वारा फेंके गए लगभग 12 संदिग्ध शरीर के अंगों को पहले ही बरामद कर लिया था, अब उसे शरीर के अन्य हिस्सों को बरामद करने के उद्देश्य से जंगल क्षेत्र में लाया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अब तक बरामद किए गए नमूनों को यह पता लगाने के लिए जांच के लिए भेजा गया है कि क्या वे सभी मानव अवशेष हैं.
सूत्रों ने कहा कि लगभग 12 नमूने मानव अंग के होने के संदेह में बरामद किए गए हैं, जिन्हें फोरेंसिक विशेषज्ञों ने पुष्टि करने के लिए भेजा गया है कि क्या वे सभी मानव अवशेष हैं. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि उन्हें उसके पिता के डीएनए नमूनों के साथ मिलान करने के लिए भेजा जाएगा.
पढ़ें: श्रद्धा के दोस्त ने बताई दर्दनाक रिश्ते की कहानी, वह छोड़ना चाहती थी लेकिन...
पुलिस ने कहा कि 18 मई को अपनी 27 वर्षीय प्रेमिका के शव के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद आरोपी ने अगले दिन एक बड़ा रेफ्रिजरेटर खरीदा और अवशेषों को उसमें जमा कर दिया. आफताब कथित तौर पर अमेरिकी क्राइम शो 'डेक्सटर' से प्रभावित था, जो एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताता है जो दोहरी जिंदगी जीता है. आरोपी श्रद्धा के शरीर के टुकड़े पॉलीबैग में भरकर रात दो बजे घर से जंगल के लिए निकल जाता था. मामला आठ नवंबर को तब सामने आया जब मृतका के पिता महाराष्ट्र के पालघर से महरौली थाने में गुमशुदगी की शिकायत लेकर आए.
पढ़ें: श्रद्धा मर्डर केस: पिता को 'लव जिहाद' का शक, आफताब के लिए मांगी मौत की सजा
2019 में रिलेशनशिप शुरू हुआ, 2022 में दिल्ली शिफ्ट हुए: पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 2022 में दिल्ली शिफ्ट होने से पहले ये कपल 2019 में रिलेशनशिप में आया था. ये कुछ समय के लिए महाराष्ट्र में रहे, लेकिन अपनी यात्रा की योजना के तहत कई जगहों पर जाते थे. पुलिस के मुताबिक मार्च-अप्रैल में वे हिल स्टेशन गए थे. दोनों मई में कुछ दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश गए थे और साथ में रुके थे, जहां उनकी मुलाकात दिल्ली के छतरपुर में रहने वाले एक शख्स से हुई.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली शिफ्ट होने के बाद, वे शुरुआत में उसी शख्स के फ्लैट पर रुके थे, जिससे वे हिमाचल में मिले थे. हालांकि, रहने से उनके बीच की स्थिति नहीं बदली. बाद में आफताब ने छतरपुर में एक फ्लैट किराए पर लिया जहां वह श्रद्धा के साथ रहने लगा. 18 मई को छतरपुर के फ्लैट में कथित तौर पर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस को पता चला है कि हत्या के कुछ दिन पहले कमरा किराए पर लिया गया था.
जांच का विषय है कि क्या आफताब ने पहले ही उसकी हत्या की साजिश रची थी : पुलिस सूत्रों ने कहा कि यह भी जांच का विषय है कि क्या आफताब ने पहले ही उसकी हत्या की साजिश रची थी. आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि इस समय लोगों की आवाजाही कम होने के कारण वह रात 2:00 बजे शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए ले जाता था.
पुलिस को पता चला है कि आरोपी आफताब ने ग्रेजुएशन किया है और परिवार के साथ मुंबई में रहता है.आफताब के सोशल मीडिया को देखने से पता चलता है कि उसने कुछ समय के लिए फूड ब्लॉगिंग भी की थी, हालांकि लंबे समय से उसकी ब्लॉगिंग के बारे में कोई वीडियो नहीं आया था. उसकी आखिरी पोस्ट फरवरी के महीने में आई थी, जिसके बाद कोई गतिविधि नहीं हुई प्रोफाइल पर. उनके इंस्टाग्राम पर 28,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. पुलिस के मुताबिक कुछ समय पहले तक श्रद्धा और आफताब दोनों कॉल सेंटर में काम करते थे.
सबूत मिटाने के लिए अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि हत्या के बाद आफताब शाम 6-7 बजे तक घर आ जाता था और फिर वहां फ्रिज में रखे शव के टुकड़ों को डिस्पोजल के लिए ले जाता था. एक काली पन्नी थी लेकिन टुकड़ों को जंगल में पन्नी से बाहर फेंक दिया था, जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो गया था कि क्या टुकड़े फेंके गए थे या अवशेष जानवरों के शिकार के कारण थे.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक,आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे.आफताब ने सबूत मिटाने के लिए गूगल पर खून साफ करने का तरीका भी ढूंढा था. इसके बाद ही उसने श्रद्धा का मर्डर किया और आरी से काटकर उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए. वह फ्रिज खरीदकर लाया. बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती जलाता था. 18 दिन तक रोज रात 2 बजे जंगल में श्रद्धा के टुकड़े फेंके.