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UP Assembly Elections 2022 : ...तो किस ओर जाएंगे चाचा शिवपाल, भतीजे से हुआ मोहभंग तो कर सकते हैं 'हाथी की सवारी' - sp pspl alliance

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने गठबंधन पर पूरी तरह अपने पत्ते नहीं खोले हैं. कई छोटे बड़े दलों से अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की बातचीत चल रही है. जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है.

UP Assembly Elections 2022 etv bharat
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Published : Dec 7, 2021, 7:19 PM IST

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर तमाम छोटे दलों को साथ लेकर सत्ता की कुर्सी पर काबिज होने का सपना देख रहे हैं. वो समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर भी संकेत दे रहे हैं. उन्होंने कहा भी है कि वह चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) का पूरा सम्मान करेंगे.

सूत्रों के अनुसार अखिलेश सिर्फ दो सीट ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को देना चाहते हैं. इससे ज्यादा सीटें वह देने को लेकर फिलहाल राजी नहीं है और यह बात शिवपाल सिंह यादव को पसंद नहीं आ रही है. इन हालात में शिवपाल सिंह यादव अपने लिए एक अलग राजनीतिक विकल्प को बनाए रखते हुए अपनी रणनीति बना रहे हैं.

ईटीवी भारत को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिवपाल सिंह यादव बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samja Party) के साथ सियासी गठजोड़ कर चुनाव मैदान में उतारने की कोशिश कर रहे हैं. वह इस को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के कोर ग्रुप से इस पर चर्चा भी कर चुके हैं.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने गठबंधन पर नहीं खोले पत्ते.

शिवपाल सिंह यादव बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Asaduddin Owaisi) को भी साथ ले जाने की कोशिश में हैं. समाजवादी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का गठबंधन फिलहाल दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा और ओवैसी बहुजन समाज पार्टी के साथ शिवपाल सिंह के बहाने जा सकते हैं.

बहुजन समाज पार्टी (BSP) और शिवपाल सिंह यादव एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाते हैं, लेकिन राजनीति में कब क्या हो कुछ कहा नहीं जा सकता है. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी एक दूसरे के धुर विरोधी पार्टी थी और गेस्ट हाउस कांड के बाद तो दूरियां और बढ़ती चली गईं, लेकिन लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक होकर चुनाव मैदान में भी उतरे थे.

अब विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ बात ठीक से नहीं बन पाने को लेकर शिवपाल सिंह यादव, बसपा के साथ सियासी गठजोड़ (PSPL BSP Alliance) को लेकर रणनीति बना रहे हैं. देखना दिलचस्प होगा कि बसपा के साथ गठबंधन में शिवपाल कितना सफल होते हैं या फिर समाजवादी पार्टी के साथ ही उनका गठबंधन होता है.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatisheel Samajwadi Party) के प्रवक्ता अरविंद सिंह यादव कहते हैं कि पार्टी नेताओं की तरफ से गठबंधन आदि के फैसले को राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पर छोड़ दिया गया है. वह जो फैसला करेंगे वह सबको सहर्ष स्वीकार होगा. समाजवादी पार्टी हमारी पहली प्राथमिकता है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अरविंद सिंह यादव (Arvind Singh Yadav) ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर इनकार नहीं किया. वह कहते हैं कि इसका फैसला शिवपाल सिंह यादव को करना है और वह जो फैसला करेंगे, वह सभी कार्यकर्ताओं को मान्य होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हमारी अब भी प्राथमिकता है और एक सप्ताह में सब कुछ तय हो जाएगा.

पढ़ेंः पीएम मोदी का अखिलेश पर निशाना, बोले- लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर तमाम छोटे दलों को साथ लेकर सत्ता की कुर्सी पर काबिज होने का सपना देख रहे हैं. वो समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर भी संकेत दे रहे हैं. उन्होंने कहा भी है कि वह चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) का पूरा सम्मान करेंगे.

सूत्रों के अनुसार अखिलेश सिर्फ दो सीट ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को देना चाहते हैं. इससे ज्यादा सीटें वह देने को लेकर फिलहाल राजी नहीं है और यह बात शिवपाल सिंह यादव को पसंद नहीं आ रही है. इन हालात में शिवपाल सिंह यादव अपने लिए एक अलग राजनीतिक विकल्प को बनाए रखते हुए अपनी रणनीति बना रहे हैं.

ईटीवी भारत को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिवपाल सिंह यादव बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samja Party) के साथ सियासी गठजोड़ कर चुनाव मैदान में उतारने की कोशिश कर रहे हैं. वह इस को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के कोर ग्रुप से इस पर चर्चा भी कर चुके हैं.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने गठबंधन पर नहीं खोले पत्ते.

शिवपाल सिंह यादव बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Asaduddin Owaisi) को भी साथ ले जाने की कोशिश में हैं. समाजवादी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का गठबंधन फिलहाल दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा और ओवैसी बहुजन समाज पार्टी के साथ शिवपाल सिंह के बहाने जा सकते हैं.

बहुजन समाज पार्टी (BSP) और शिवपाल सिंह यादव एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाते हैं, लेकिन राजनीति में कब क्या हो कुछ कहा नहीं जा सकता है. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी एक दूसरे के धुर विरोधी पार्टी थी और गेस्ट हाउस कांड के बाद तो दूरियां और बढ़ती चली गईं, लेकिन लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक होकर चुनाव मैदान में भी उतरे थे.

अब विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ बात ठीक से नहीं बन पाने को लेकर शिवपाल सिंह यादव, बसपा के साथ सियासी गठजोड़ (PSPL BSP Alliance) को लेकर रणनीति बना रहे हैं. देखना दिलचस्प होगा कि बसपा के साथ गठबंधन में शिवपाल कितना सफल होते हैं या फिर समाजवादी पार्टी के साथ ही उनका गठबंधन होता है.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatisheel Samajwadi Party) के प्रवक्ता अरविंद सिंह यादव कहते हैं कि पार्टी नेताओं की तरफ से गठबंधन आदि के फैसले को राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पर छोड़ दिया गया है. वह जो फैसला करेंगे वह सबको सहर्ष स्वीकार होगा. समाजवादी पार्टी हमारी पहली प्राथमिकता है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अरविंद सिंह यादव (Arvind Singh Yadav) ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर इनकार नहीं किया. वह कहते हैं कि इसका फैसला शिवपाल सिंह यादव को करना है और वह जो फैसला करेंगे, वह सभी कार्यकर्ताओं को मान्य होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हमारी अब भी प्राथमिकता है और एक सप्ताह में सब कुछ तय हो जाएगा.

पढ़ेंः पीएम मोदी का अखिलेश पर निशाना, बोले- लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट

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